स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने सिविल सर्जन्स और हॉस्पिटल कंसल्टेंट्स की ली बैठक
रायपुर
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने और गुणवत्तापूर्ण इलाज सुनिश्चित कराने स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने आज इंद्रावती भवन में वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों, सभी जिलों के सिविल सर्जन और हॉस्पिटल कंसल्टेंट की बैठक लेकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं, प्रसूति सेवाओं, दंत चिकित्सा, लैब सुविधाओं, एक्स-रे, सीटी स्कैन और आईसीयू सुविधा सहित फायर सेफ्टी, पॉवर आडिट, पोस्टमार्टम एवं इन्फेक्शन कंट्रोल की समीक्षा की। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान और महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने बैठक में सभी डॉक्टरों को जेनेरिक दवाई ही लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने सिविल सर्जन्स को अस्पताल परिसर में ब्रांडेड दवाईयों के पोस्टर लगे होने और डॉक्टरो द्वारा ब्रांडेड दवाई लिखे जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव्स के विजिट पर पूर्ण पाबंदी लगाने को कहा। उन्होंने जिला अस्पतालों में जनरल बॉडी मीटिंग, एग्जीक्यूटिव मीटिंग, क्वालिटी व इंफेक्शन कंट्रोल तथा अन्य महत्वपूर्ण बैठकों को नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए। श्री प्रसन्ना ने जिला अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवा बढ़ाने को कहा। उन्होंने सभी जिलों से एएनसी जांच को बढ़ाने तथा अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को जल्द पूरा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों का इलाज सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। इसलिए प्रत्येक कार्य की समय-सीमा तय होनी चाहिए ताकि मरीजों को नई सुविधाओं का लाभ जल्द मिल सके।
संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं श्री भीम सिंह ने बैठक में अस्पतालों में उपलब्ध नि:शुल्क डायलिसिस सेवा का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने को कहा जिससे कि किडनी रोगों से पीड़ित मरीजों को इसका लाभ अपने निकटतम जिला अस्पताल में मिल सके। उन्होंने सिकलसेल जाँच व पॉजिटिव पाए गए इसके मरीजों की मॉनिटरिंग तथा जिला अस्पताल में आए सभी मरीजों की डायबिटीज व ब्लड-प्रेशर की जांच करने को कहा। उन्होंने आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत अस्पताल परिसर में ही मरीजों के आयुष्मान कार्ड बनाने तथा आयुष्मान कार्डधारी सभी मरीजों के इलाज करने के निर्देश दिए। श्री सिंह ने आयुष्मान भारत डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत कम हितग्राहियों वाले जिलों को इसकी संख्या बढ़ाने को कहा। उन्होंने जिला अस्पतालों में अप्रारंभ निर्माण कार्यों को जल्दी से प्रारंभ कर उन्हें यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।