November 28, 2024

तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव जश्न ए जबाँ आज से

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रायपुर

प्रदेश की प्रतिष्ठित संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन द्वारा संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के विशेष सहयोग से प्रदेश में बेहद लोकप्रिय साहित्य व सांस्कृतिक महोत्सव जश्न ए जबाँ के तीसरे संस्करण का आयोजन 20, 21 व 22 जनवरी को चौबे कॉलोनी स्थित मयाराम सुरजन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण के वीरांगना आडिटोरियम में किया जा रहा है।

संस्था के अध्यक्ष व इस वृहद साहित्य महोत्सव के प्रणेता लोकप्रिय शायर आशीष राज सिंघानिया ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन के अंतर्गत पहले दिन प्रदेश स्तरीय कलमकार की खोज का ग्रैंड फिनाले सहित, पुणे के युवा संगीतकार सुमेध बगैतकर द्वारा इलेक्ट्रिक पियानो वादन, युवा कवि सम्मेलन व नरिंदर पाल सिंह निन्दर के सूफी गायन की प्रस्तुति होगी। दूसरे दिन पुलिस अधिकारी व लेखक अभिषेक सिंह व अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू के साथ परिचर्चा सत्र, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पोएट्री विथ ब्यूरोक्रेट्स, दुर्गा साहू द्वारा भरथरी व पंडवानी की प्रस्तुति, रूपक नाट्य संस्था द्वारा नाट्य प्रस्तुति व अंत में कोलकाता के सुप्रसिद्ध सरोद वादक अभिषेक बोरकर की सुमधुर प्रस्तुति होगी। तीसरे व अंतिम दिन शहर की युवा प्रतिभाओं हेतु ओपन माइक पोएट्री व सिंगिंग, डॉ। सारिका सिंघानिया व बलजीत कौर की किताबों पर चर्चा, बनारस के युवा गायक अक्षत प्रताप सिंह द्वारा शास्त्रीय गायन व समापन सत्र के रूप अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व मुशायरा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जबलपुर के वरिष्ठ कवि सूरज राय सूरज, नईदिल्ली से मशहूर शायर अजहर इकबाल, सिहोरा की सुप्रसिद्ध कवयित्री मणिका दुबे, ग्वालियर के शायर डॉ। सतीश सत्यार्थ, उन्नाव के युवा गीतकार स्वयं श्रीवास्तव व घरघोड़ा के युवा शायर हर्षराज हर्ष अपनी यादगार प्रस्तुति देंगे।

पिछले दो संस्करणों की व्यापक सफलता से आयोजन समिति अत्यंत उत्साहित है व इस संस्करण में प्रदेश भर से लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रदेश में अपनी तरह का यह अनूठा आयोजन है जिसमें विभिन्न प्रकार की मंचीय विधाओं का तीन दिनों में 18 सत्रों के माध्यम से प्रदर्शन होता है। इस महोत्सव के अंतर्गत कला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के विभिन्न होनहार चित्रकार व कलाकर अपनी पेंटिंग व अन्य कलाओं की प्रदर्शनी लगाएंगे। सौ से अभी अधिक कलाकार इन तीन दिनों में अपनी प्रस्तुतियां देंगे व शहर सहित प्रदेश के कला-संस्कृति प्रेमियों के बीच अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करेंगे। श्री सिंघानिया ने साहित्य-संगीत प्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की है।

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