शीतलहर से कब मिलेगी राहत? IMD ने बता दी तारीख, दिल्ली-हरियाणा और UP में बारिश के आसार
नई दिल्ली
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिलने लगा है। आईएमडी के मुताबिक, 20 जनवरी की रात से 26 जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और 23 जनवरी से 25 जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि इसके प्रभाव से, 20 से 22 जनवरी को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश और बर्फबारी के 23 जनवरी से 26 जनवरी के बीच बढ़ने की अनुमान है। 23 जनवरी से 26 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में ओडिशा, असम, मेघालय और त्रिपुरा में 20 और 21 जनवरी को घने कोहरा छाए रहने की की बात कही है। आपको बता दें कि कल पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहा। रात के समय लोगों को ठंड का भी सामना करना पड़ा।
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में गुरुवार को शीतलहर से कुछ राहत मिली और अगले पांच दिन कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान नहीं है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को दक्षिण हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग और बिहार के कुछ इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बना रहा। उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ भागों और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के दूरदराज के हिस्सों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 20 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
आईएमडी ने एक बयान में कहा, ''15 जनवरी से 18 जनवरी तक राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में शीतलहर से लेकर भीषण शीतलहर की स्थिति रही। 19 जनवरी से ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इन क्षेत्रों के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर थम गई।'' बयान में कहा गया है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर भारत में शीतलहर की कोई स्थिति नहीं है।