टेस्ट सीरीज से पहले अलर्ट, भारतीय टीम के सामने ये 5 बड़ी चुनौतियां
नई दिल्ली
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फरवरी-मार्च के दौरान चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन होना है. वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2021-23 के फाइनल में पहुंचने के लिहाज से यह बॉर्डर-गावस्कर सीरीज काफी अहम है. अबकी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज आसान नहीं रहने वाला है. ऑस्ट्रेलिया का हालिया फॉर्म काफी शानदार रहा है और वह टेस्ट रैकिंग और चैम्पियनशिप के प्वाइंट टेबल में पहले नंबर पर है.
दोनों देशों के बीच इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच 9 फरवरी से नागपुर खेला जाना है. यानी टेस्ट सीरीज के शुरू होने में महज 20 दिनों का ही समय बचा हुआ है. ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को अभी से अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा. इस टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के सामने कुछ चुनौतियां भी रहेंगी.
स्टीव स्मिथ से निपटना: भारतीय टीम के लिए स्टीव स्मिथ सिरदर्द साबित होते आए हैं. स्मिथ का भारतीय टीम के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है और उन्होंने 14 टेस्ट मैचों में आठ शतकों की मदद से 1742 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका एवेरज 72.58 का रहा है. पिछली बार जब ऑस्ट्रलिया की टीम टेस्ट सीरीज खेलने में भारत आई थी तो स्मिथ ने तीन शतकों की मदद से 499 रन बनाए थे. स्मिथ अभी शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में शतक लगाने के बाद बिगबैश लीग में भी सेंचुरी जड़ी है.
विराट का टेस्ट फॉर्म: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली सीमित ओवर्स के क्रिकेट में कमाल का खेल दिखा रहे हैं लेकिन उनका टेस्ट क्रिकेट में मौजूदा फॉर्म कुछ खास नहीं रहा है. कोहली 2019 के बाद से टेस्ट में शतक नहीं लगा पाए हैं. बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में हुई दो मैचों की सीरीज में सिर्फ 45 रन बना पाए थे. विराट कोहली को रवि शास्त्री ने भी सुझाव दिया है कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे खेलने के बजाय एक फर्स्ट क्लास मैच खेलें, ताकि टेस्ट मैच के लिए मोमेंटम हासिल किया जा सके.
नाथन लियोन के स्पिन की काट: भारतीय बल्लेबाजों के लिए ऑफ स्पिनर नाथन लियोन से निपटना बड़ी चुनौती होगी. भारतीय पिचों पर अनुभवी नाथन लियोन काफी खतरनाक साबित होते रहे हैं. भारत ने नाथन लियोन ने 7 टेस्ट मैचों में कुल 34 विकेट चटकाए हैं. भारतीय टीम मैनेजमेंट को 35 साल के नाथन लियोन के खिलाफ खास रणनीति बनानी होगी. ऐसा होने पर कंगारू टीम के खिलाफ राह आसान हो सकती है.
विकेटकीपर्स के पास अनुभव नहीं: ऋषभ पंत रोड एक्सीडेंट में घायल होने के बाद हॉस्पिटल में हैं और उनके काफी महीनों तक क्रिकेटिंग एक्शन से दूर रहने की उम्मीद है. ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी के चलते केएस भरत और ईशान किशन को बतौर विकेटकीपर टीम में चुना गया है. खास बात यह है कि दोनों प्लेयर्स ने अपना अबतक टेस्ट डेब्यू नहीं किया है और उन्हें फर्स्ट क्लास का ही अनुभव है. भारतीय परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ विकेटकीपिंग हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है. ऐसे में भरत और किशन को इन चुनौतियों से पार पाने के लिए अभी से तैयारी करनी होगी.
ओपनर्स को देनी होगी अच्छी शुरुआत: टेस्ट सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा के साथ केएल राहुल या शुभमन गिल ओपनिंग करते नजर आएंगे. भारतीय ओपनर्स पर नई गेंद से निपटते हए अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी. यदि भारतीय टीम को स्टार्ट अच्छा मिलेगा तो बाकी बल्लेेबाजों के लिए काम आसान हो जाएगा.