गोपनीय दस्तावेजों के सवाल पर भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, कहा- ‘कितना भी ढूंढ़ लो, कुछ हासिल नहीं होगा’
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उन्हें इस बात का कोई पछतावा नहीं है कि नवंबर में उनके निजी कार्यालय में गोपनीय दस्तावेज मिले थे। उन्होंने कहा कि हम इस मामले में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। बाइडेन की ये टिप्पणी विलमिंगटन-डेलावेयर के घर और वाशिंगटन के कार्यालय से गोपनीय दस्तावेज मिलने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप में आया है।
CNN से बात करते हुए जो बाइडेन ने कहा, "इस मामले में हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं, और इसे जल्दी से हल करने के लिए उत्सुक हैं। आखिरकार आपको भी पता चल जाएगा कि वहां कुछ भी नहीं है। वहां दस्तावेज मिले… इसका मुझे कोई पछतावा नहीं है। वकीलों ने मुझे जो बताया है, मैं उसका पालन कर रहा हूं, वे चाहते हैं कि मैं करूं।" आपको बता दें कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कुछ गोपनीय दस्तावेज का 9 जनवरी को खुलासा हुआ था, इसके बाद से ही व्हाइट हाउस बचाव की मुद्रा में आ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात की जांच की जा रही है कि राष्ट्रपति और उनकी टीम ओबामा कार्यकाल के क्लासिफाइड दस्तावेजों को कैसे इस्तेमाल कर रही थी। इस जांच का नेतृत्व विशेष वकील रॉबर्ट हूर कर रहे हैं। पिछले हफ्ते ही यह खबर सार्वजनिक रूप से सामने आई थी जब अमेरिकी टेलीविजन प्रसारण कंपनी सीबीएस ने दस्तावेजों के मिलने की जानकारी दी थी। विलमिंगटन में बाइडेन के घर से अन्य दस्तावेज मिले हैं।
हालांकि पहली बार ये दस्तावेज 2 नवंबर को ही मिले थे, लेकिन पिछले हफ्ते तक यह खबर सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई थी। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसने बाइडेन को भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अब ये मामला राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों पर भारी पड़ रहा है। बाइडेन ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में दस्तावेजों के सवालों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वो तूफान के नुकसान का सर्वे करने आए हैं और उनसे क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट के बारे में पूछकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार आखिर उनसे तूफान को लेकर सवाल क्यों नहीं पूछ रहे हैं?