समाज का युवा दहेज न लेने का संकल्प ले, तभी समाप्त होगी दहेज प्रथा
पिछड़ा वर्ग राज्य मंत्री पटेल, कुर्मी युवक-युवती परिचय सम्मेलन में हुए शामिल
भोपाल
पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामखेलावन पटेल ने कहा है कि समाज का युवा दहेज न लेने का संकल्प ले ले तो इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। राज्य मंत्री पटेल रविवार को भोपाल में 21वाँ अखिल भारतीय कुर्मी-क्षत्रिय युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। परिचय सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रांतों के युवक-युवती शामिल हुए।
राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि मेल-जोल, भाईचारे की भावना का भावी पीढ़ी को सम्मान करना चाहिये। आज समाज को जोड़े रखने में इसकी बेहद आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर सामाजिक संगठन का उद्देश्य समाज के हर तबके के सर्वांगीण विकास के लिये होता है। युवा पीढ़ी को इस भाव को समझना होगा। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि मृत्यु भोज, पर्दा प्रथा, भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक कुरीतियों ने समाज के विकास को अवरुद्ध किया है। आज की युवा पीढ़ी अपनी नई सोच से कुर्मी समाज को आदर्श समाज के रूप में देश में स्थापित कर सकती है। उन्होंने युवाओं से बहु-संख्यक हित की सोच के साथ जीवन जीने का आह्वान किया। राज्य मंत्री ने कहा कि एकांकी जीवन जीना अर्थहीन है। जीवन का सही अर्थ यह है कि दूसरों को दुखी देख आँखें नम हों, घायल के घाव में मरहम लगाने का प्रयास हो। यही जीवन का सही अर्थ और उद्देश्य है। राज्य मंत्री पटेल ने हर जिले में सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किये जाने पर जोर दिया है।
परिचय सम्मेलन में मध्यांचल विश्वविद्यालय द्वारा समाज के 10 प्रतिभाशाली युवाओं को नि:शुल्क शिक्षा दिलाये जाने की घोषणा की गई। मीडिया प्रभारी अरुण पटेल ने सम्मेलन में सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी।