सनातन संस्कृति और सनातन धर्म पर किसी प्रकार की आंच नहीं आने दूंगा : परमधर्म सांसद श्रीधर शर्मा
अमरकंटक
हमारी सनातन संस्कृति ही सकल जगत की प्राचीनतम संस्कृति, सभ्यता व धर्म है, यह किसी से छिपा नहीं है। केवल भारत भूमि ही नहीं अपितु समूचा जगत सनातन संस्कृति से अछूता नहीं है। सनातन धर्म के प्रचार करने और सनातन संस्कृति की शिक्षा देने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन हमारे चार पीठों के शंकरचार्यों ने बखूबी किया है और हमारे चारों पीठों के शंकरचार्य सनातन संस्कृति व धर्म के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं और लोगों को भक्ति के मार्ग की शिक्षा दे रहे हैं, जिससे कि लोग पथ भ्रमित न हों। किसी पीठ का शंकराचार्य का पद सनातन संस्कृति का सबसे बड़ा पद है, और वो कभी भी कोई चमत्कार, जादू या अंधविश्वास का प्रदर्शन न करते हुए भक्ति के मार्ग से प्रभु चरणों तक पहुंचने का मार्ग बताते हैं, जो कि समस्त सनातनियों के लिए उचित रास्ता है और समस्त जगत के लिए कल्याणकारी है और यही कारण है कि समूचे भारतवर्ष में केवल चार व्यक्ति ही अलग-अलग पीठों के शंकराचार्य हैं और समूची मानवजाति सहित जगत के कल्याण के लिए सदैव तत्पर हैं।
वर्तमान में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम सरकार को लेकर समूचे भारतवर्ष में हड़कंप मचा हुआ है और समाचार चैनलों में निरन्तर उस विषय पर चर्चा कर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को ढोंगी, पाखंडी जैसी उपमाएं दी जा रही हैं, जो कि निंदनीय है। बागेश्वर धाम कलयुग के प्रत्यक्ष देव हनुमान जी की कृपा से फलीभूत है और किसी व्यक्ति विशेष के साथ बागेश्वर धाम को जोड़कर एक तीर्थ, उस तीर्थ की अलौकिकता और उस तीर्थ के प्रति किसी प्रकार की टिप्पणी लाखों करोड़ों सनातन धर्म के अनुयायियों की धाम के प्रति श्रद्धा पर कुठाराघात है।
विगत दिनों ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने एक पत्रकार के पूंछे जाने पर इस विषय पर अपना वक्तव्य दिया था, जिसमें आपने कहा था कि यदि कोई चमत्कार कर सकते हैं तो अभी जोशी मठ में चमत्कार की आवश्यकता है और उन्होंने लोक कल्याण को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार की बात कही थी, उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना बिल्कुल नहीं था। वर्तमान समय में जोशी मठ में आई आपदा को लेकर समस्त पीठों के शंकरचार्य सहित समस्त सनातनी जोशी मठ के लिए प्रभु चरणों में प्रार्थना कर रहे हैं और हम सभी सनातनियों को भी इस पर ध्यान देना चाहिए, न कि किसी प्रकार की धर्म विरोधी बातें करना चाहिए। वर्तमान में शहडोल संभाग का परम धर्म सांसद होने के नाते मैं श्रीधर शर्मा आप सभी सनातनी अनुयायियों से विनम्र निवेदन करता हूं कि धर्मरक्षा में सहभागी बनें।