बसंतोत्सव के मौके पर हुआ सुहागिनों का सम्मान
( अमिताभ पाण्डेय )
भोपाल । प्रकृति के विविध रंगों की छटा बिखेरने वाले पर्व बसंत पंचमी के आगमन का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व है।
सनातन धर्म के अनुयायी बसंत पंचमी की बेला में गीत , संगीत से जुड़े आयोजन कर विद्या और बुद्धि की देवी मां सरस्वती का पूजन , वंदन करते हैं।
महिलाएं भी उत्साहपूर्वक ऐसे आयोजन में शामिल होती हैं।
धर्म , संस्कृति के प्रति समर्पित ऐसी ही महिलाओं ने भोपाल के अशोका गार्डन क्षेत्र में 23 जनवरी को हल्दी- कुमकुम एवं एवम् विशेष पूजा का आयोजन किया ।
उल्लेखनीय है कि माघ मास में सनातन धर्म से जुड़ी सुहागिन महिलाएं आदिशक्ति माता पार्वती की भक्तिभाव से सामूहिक प्रार्थना करती हैं। इस परंपरा को ध्यान में रखते हुए 111 सुहागिन महिलाएं लाल रंग की साड़ी एवं सोलह श्रृंगार में पूजा के लिए आयोजन में शामिल हुईं ।
उन्होंने श्रृद्धा भाव से भजन कीर्तन किया।
सभी सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु, के लिए देवी माता की आराधना पारंपरिक विधि विधान से की। इस अवसर पर माताजी की पारंपरिक कथा का वाचन किया गया ।
इसके बाद सुहागनों ने भक्ति गीतों पर नृत्य किया ।
पूजा , प्रार्थना के उपरांत सभी सुहागिनों को महावर लगवाकर , हल्दी कुमकुम कर सुहाग का प्रतीक सोलह श्रृंगार का सामान दिया गया ।
कार्यक्रम का समापन पर्यावरण का संदेश देते हुए सभी को आंवले के पौधे भेंट करने एवं सामूहिक भोज से हुआ।
आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य आयोजक उमा शर्मा ,प्रतिभा शुक्ला,ममता गुरु,प्रेरणा शर्मा
प्रियंका मिश्रा ,निहारिका दुबे राजश्री पांडेय, प्रिया दुबे, सरला शर्मा,सविता अग्निहोत्री शिवानी नायक तथा श्वेता त्रिवेदी , पूर्वा शर्मा त्रिवेदी ने प्रशंसनीय सहयोग किया।