भारतीय टीम का ‘जादूगर’, जो बल्ले और गेंद से पलट देता है मैच का पासा, कप्तान रोहित शर्मा ने बताया नाम
नई दिल्ली
भारत ने न्यूजीलैंड को तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी मैच में 90 रन से रौंदकर वनडे सीरीज 3-0 से जीत ली। इस साल रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने लगातार दूसरे वनडे सीरीज में विपक्षी टीम का सूपड़ा साफ किया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद टीम के कप्तान रोहित ने शार्दुल ठाकुर की जमकर तारीफ की है। उन्होंने फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर को लेकर एक राज की बात भी बताई है। कप्तान ने कहा कि टीम के साथी उसे जादूगर बुलाते हैं। क्योंकि उसे जब भी मौका मिलता है तो वह बल्ले और गेंद से हमेशा योगदान देता है।
कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि वह जरूरी विकेट झटककर टीम के ऊपर से दबाव कम करता है। भारत के 386 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की टीम डेवोन कॉनवे की 100 गेंद में 12 चौकों और आठ छक्कों से करियर की सर्वश्रेष्ठ 138 रन की पारी और हेनरी निकोल्स (42) के साथ उनकी दूसरे विकेट की 106 रन की साझेदारी के बावजूद 41.2 ओवर में 295 रन पर ढेर हो गई। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर और कुलदीप ने 3-3 विकेट चटकाए। शार्दुल ने डेरिल मिशेल, न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम और ग्लेन फिलिप्स का विकेट चटकाया। उन्होंने 6 ओवर में 45 रन दिए। बल्ले से भी उन्होंने योगदान दिया था। तीसरे मैच में उन्होंने 17 गेंद में 25 रन बनाए।
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ''हमने अच्छी गेंदबाजी की। हम अपने प्लान्स पर अड़े रहे और हिम्मत बांधे रखी। शार्दुल काफी समय से कर रहे हैं। टीममेट्स उसे जादूगर बुलाते हैं और वह आकर अपना काम फिर से करके गया। उसे सिर्फ कुछ गेम की जरूरत है।'' उन्होंने आगे कहा, ''मुझे लगता है कि पिछले 6 मैच में, हमने ज्यादातर चीजें सही की और 50 ओवर के गेम में यही जरूरी है। बल्ले और गेंद से हमने निरंतरता बनाए रखी। सिराज और शमी के बिना हम दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना चाहते थे। हम चहल और मलिक को टीम में रखना चाहते थे और उन्हें दबाव वाली परिस्थितियों से गुजरने का मौका देना चाहते थे। हमने अच्छा स्कोर खड़ा किया था लेकिन इस मैदान पर आप कोई भी स्कोर सुरक्षित नहीं मान सकते।''