भारतीय सेना ने अत्याधुनिक ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया शुरू की, चीन से सटी सीमाओं पर होगी तैनाती
नई दिल्ली
भारतीय सेना ने 130 अत्याधुनिक ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये ड्रोन निगरानी के साथ ही लड़ाकू भूमिका में भी सक्षम होंगे। इनकी तैनाती से सीमाओं पर भारतीय सेना और बेहतर तरीके से दुश्मन की गतिविधियों की निगरानी कर सकेगी।
सेना को मिल सकेगी अतिरिक्त जानकारी
ये खास तरह के ड्रोन आपातकालीन क्रय प्रक्रिया के तहत खरीदे जा रहे हैं। इस त्वरित गति वाली प्रक्रिया से कुछ हफ्तों में ही ड्रोन सेना को मिल जाएंगे। इन ड्रोन से उन ठिकानों में हो रही गतिविधियों की जानकारी सेना को मिल सकेगी जो दृष्टि से दूर होते हैं अर्थात सीमा पार होते हैं। इनके जरिये सेना को अतिरिक्त जानकारी मिल सकेगी जो पुष्ट खुफिया सूचना होगी।
प्रत्येक ड्रोन सिस्टम में होंगे दो एरियल वेहिकिल
बता दें कि प्रत्येक ड्रोन सिस्टम में दो एरियल वेहिकिल होंगे, उनमें विस्फोटक सामग्री भी होगी। इन ड्रोन से जो सूचनाएं भेजी जाएंगी, वे कंट्रोल रूम को मिलेंगी जहां पर उनका विश्लेषण करके आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे।
चीनी सीमाओं पर स्थिति मजबूत कर रहा है भारत
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना चीन से लगने वाली 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगातार स्थिति मजबूत करती जा रही है। ऐसा मई 2020 में चीन की सेना द्वारा पूर्वी लद्दाख में एलएसी के अतिक्रमण के बाद हुआ है। शांति और युद्धकाल में ड्रोन की बढ़ती भूमिका के चलते भारतीय सेना भी इनका इस्तेमाल बढ़ाती जा रही है। पता चला है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) कई तरह के ड्रोन के विकास पर कार्य कर रहा है।