रियासत कालीन दो दिवसीय वार्षिक बस्तर मड़ई 2 फरवरी से
जगदलपुर
जिले की ऐतिहासिक वार्षिक बस्तर मंडई ब्लॉक मुख्यालय बस्तर में 2 फरवरी को शुरू होगा, दो दिनों तक चलने वाले मेले में आस-पास के 84 परगना के देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। रियासत काल से चली आ रही परंपरा अनुसार 2 दिनों तक मड़ई का आयोजन किया जाएगा।
दूर-दराज के गांवों से देवी-देवताओं डोली, लाठ, छत्र लेकर पुजारी, सिरहा, गुनिया मेला में शामिल होंगे। माता गंगादेई मंदिर पुजारी पारा से देवी के डोली व छत्र को गाजे-बाजे के साथ मेला स्थल तक ससम्मान के साथ पुजारी व राजपरिवार के सदस्य, ग्रामीण शामिल होंगे। माता गंगादेई की डोली व छत्र एवं विभिन्न गांव से पहुंचे देवी-देवताओं के साथ मेला स्थल का परिक्रमा करने के पश्चात मेला का शुभारंभ किया जाता है। इस मेले में बस्तर की ऐतिहासिक पारंपरिक, आदिवासियों की धार्मिक, सांस्कृतिक छटा दिखाई देती है। रात्रि में दूर-दराज से आए ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए ओडि?ा नाट का आयोजन भी किया जाएगा। जिसकी तैयारी को लेकर नगर पंचायत बस्तर के माता गंगादेई मंदिर परिसर में ग्रामीणों वार्ड पाषदों की बैठक का आयोजन किया गया। उक्त जानकारी बैठक में शामिल बस्तर के संजय उपाध्याय ने दी।