श्रद्धा के अंगों को हिमाचल में ठिकाने लगाना चाहता था आफताब, इस वजह से टाला प्लान; चार्जशीट में खुलासा
नई दिल्ली
अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े करने का आरोपी आफताब पूनावाला ने शुरू में हिमाचल प्रदेश में उसके शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी, जहां दोनों ने पहले छुट्टियां मनाई थीं। दिल्ली पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, इसके लिए उसने 1,200 रुपये का एक बड़ा काला बैग खरीदा था और उसे पहाड़ी राज्य में ले जाने के लिए कुछ कैब वालों से भी संपर्क किया था। हालांकि, बाद में रास्ते में पकड़े जाने के डर से उसने अपना प्लान रद्द कर दिया था।
एक सूत्र ने कहा, "फिर उसे अपने दोस्त बद्री के घर के आस-पास के इलाके की याद आई, जहां वह अक्सर छत पर स्मोकिंग किया करता था, और वहां से देखे गए जंगलों में उसने श्रद्धा के शरीर के अंगों को फेंकने का फैसला किया।" रिपोर्ट के अनुसार, श्रद्धा को 'जिंदा' रखने के लिए, आफताब हत्या के बाद कम से कम 10-12 दिनों तक उसके मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता रहा ताकि भविष्य में जांच को गुमराह किया जा सके और पुलिस को भ्रमित किया जा सके कि उसकी हत्या कब की गई थी। पुलिस जांच से पता चला है, ''श्रद्धा के मोबाइल पर कोई कॉल आती थी तो आफताब उसे रिसीव कर लेता था और कुछ नहीं बोलता था। वह श्रद्धा के दोस्तों को भी उनके मोबाइल से कॉल करता था और जब कोई कॉल रिसीव करता था तो फोन साइड में रख देता था, लेकिन चुप रहता था।''
सूत्रों ने कहा कि आफताब की योजना यह थी कि अगर हत्या का पता चला और श्रद्धा के मोबाइल फोन को स्कैन किया गया, तो लोग मान लेंगे कि वह उस समय जीवित थी। सूत्रों के मुताबिक, आफताब ने हत्या वाली रात फ्लैट के बाथरूम में श्रद्धा के शव के कई टुकड़े कर दिए। उसने यह सुनिश्चित किया कि अंग बहुत छोटे थे और मानव शरीर के समान नहीं थे। इतना ही नहीं उसने हाथ-पैर के नाखून भी जला दिए थे।
एक अधिकारी ने चार्जशीट का हवाला देते हुए कहा, ''18 मई को श्रद्धा सुबह करीब 11 बजे छतरपुर के फ्लैट पर पहुंची, जो सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हो गया। घर में घुसते ही उनमें कहासुनी हो गई। श्रद्धा को देखकर आफताब को गुस्सा आ गया और पूछा कि वह पूरी रात कहां रही। उसने उसे अपने काम से काम रखने को कहा और कहा कि वह जो चाहे करेगी। इस पर आफताब गुस्से में आ गया और उसने श्रद्धा की पिटाई कर दी।'' अधिकारी ने कहा, “थोड़ी देर बाद, दोनों सामान्य हो गए और ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया। शाम को खाना खाने से ठीक पहले आफताब फिर श्रद्धा से पिछली रात न लौटने पर गुस्सा हो गया। फिर वह उसके ऊपर बैठ गया और उसका गला दबा दिया।''
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र की रहने वाली 27 वर्षीय श्रद्धा वाकर की दिल्ली के महरौली में उसके लिव-इन पार्टनर आफताब (28) ने कथित तौर पर 18 मई 2022 को गला दबाकर हत्या करने के बाद उसके शव के 35 टुकड़े कर छतरपुर के जंगल सहित अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए थे। आरोपी ने शव के टुकड़ों को रखने के लिए 300 लीटर का एक फ्रिज खरीदा तथा वह इन टुकड़ों को फेंकने के लिए आधी रात को निकलता था। आफताब ने नार्को टेस्ट में श्रद्धा की हत्या करने की बात कबूल की थी।
आफताब और श्रद्धा ऑनलाइन डेटिंग ऐप के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में आए थे और बाद में दोनों मुंबई में एक कॉल सेंटर में काम करने लगे, जहां उन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। श्रद्धा के परिवार ने जब उन दोनों के अलग-अलग धर्म होने के कारण इस रिश्ते का विरोध किया तब वे दोनों बीते साल मई में दक्षिण दिल्ली के महरौली में आकर रहने लगा था।
आफताब ने जांच के दौरान पुलिस को बताया था कि शादी को लेकर झगड़ा होने के बाद उसने श्रद्धा को मार डाला था। उसके शव को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी टेलीविजन सीरीज 'डेक्सटर' से आया था। उसने इन टुकड़ों को फेंकने की योजना इस आधार पर सावधानीपूर्वक बनाई थी कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है।