रंगा के बाद मुगलसराय का व्यापारी, गिरफ्तारी का ‘हॉट स्पॉट’ बना गोरखपुर; लोकल पुलिस बेखबर
गोरखपुर
इन दिनों गोरखपुर बदमाशों और आतंकियों की गिरफ्तारी का हॉट स्पॉट बना हुआ है लेकिन स्थानीय पुलिस इस गिरफ्तारी में न तो शामिल हैं और न ही उन्हें इसकी खबर दी जा रही है। गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद जब एजेंसियां बता रही हैं तब गोरखपुर पुलिस को जानकारी हो रही है। चंदौली के व्यापारी के मामले में तो अपहरण की आशंका में पुलिस परेशान थी। 24 घंटे बाद पता चला कि उसे एटीएस उठा कर ले गई है।
हालांकि इससे पहले दीपक रांगा को भी गोरखपुर से एनआईए ने गिरफ्तार किया था लेकिन उसमें भी स्थानीय पुलिस अनजान थी। अफसरों का कहना है दोनों मामले में उन्हें जानकारी नहीं दी गई थी। मोहाली में पंजाब के खुफिया पुलिस के ऑफिस पर हमला हुआ था। इस मामले में दीपक रांगा का नाम सामने आया था। एनआईआई ने पिछले दिनों उसे गोरखपुर से गिरफ्तार किया था। एनआईआए ने जब गिरफ्तारी की जानकारी दी, तब गोरखपुर पुलिस को पता चला। हालांकि दीपक रांगा का गोरखपुर से कोई वास्ता नहीं था, वह हरियाणा का रहने वाला था। बताया जा रहा था कि गोरखपुर के रास्ते वह नेपाल भागने वाला था। अभी इस मामले में पुलिस की किरकिरी हो ही रही थी कि गुरुवार को एटीएस ने भी गोरखपुर पुलिस की किरकिरी करा दी। एटीएस ने शादी समारोह में आए चंदौली मुगलसराय के व्यापारी को गोरखनाथ के एक होटल से उठाया लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी। व्यापारी की बहन और बहनोई ने अपहरण की सूचना दी।
एजेंसियों की तालमेल नहीं होने की वजह से आलम यह रहा कि गोरखपुर पुलिस 24 घंटे तक हलकान रही। व्यापारी का सीडीआर निकाल कर उसके लोकेशन के बारे में छानबीन कर रही थी। छानबीन के बाद पता चला कि लखनऊ एटीएस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता की हत्या में व्यापारी को उठाया है उसके बाद पुलिसवालों ने राहत की सांस ली।