देश में मतभेदों को बोने वालों के खिफाल पीएम मोदी के तीखे बोल
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतभेदों को बोने और देश के लोगों के बीच खाई पैदा करने के प्रयासों के खिलाफ चेतावनी दी है। पीएमओ की तरफ जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि दिल्ली छावनी के करियप्पा मैदान में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि एकता का मंत्र भारत के लिए भव्यता हासिल करने का एकमात्र तरीका है।
प्रधानमंत्री ने जोर दिया, "इस तरह के प्रयासों से भारत के लोगों के बीच कभी मतभेद नहीं होंगे। मां के दूध में कभी दरार नहीं हो सकती। एकता का मंत्र एक प्रतिज्ञा के साथ-साथ भारत की ताकत भी है। यह एकमात्र तरीका है जिससे भारत भव्यता प्राप्त करेगा।"
प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी में कहा, "यह केवल भारत का अमृत काल नहीं है, बल्कि भारत के युवाओं का अमृत काल है और जब राष्ट्र अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मना रहा होगा, तो यह युवा ही होंगे जो सफलता के शिखर पर होंगे। हमें कोई अवसर नहीं गंवाना चाहिए और भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और एनसीसी दोनों इस साल अपनी 75 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। पीएम ने उन लोगों के प्रयासों की तारीफ की जिन्होंने एनसीसी का नेतृत्व करके और इसका हिस्सा बनकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने कैडेट्स से कहा कि एनसीसी कैडेट और राष्ट्र के युवा दोनों के रूप में वे देश की 'अमृत पीढ़ी' का प्रतिनिधित्व करते हैं जो आने वाले 25 वर्षों में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और एक 'विकसित' और 'एक' आत्मनिर्भर भारत' का निर्माण करेगी।
गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी कैडेटों के भाग लेने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने पहली बार कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड की विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने एनसीसी कैडेटों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, पुलिस स्मारक, लाल किले में नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय, प्रधानमंत्री संग्रहालय, सरदार पटेल संग्रहालय और बीआर अंबेडकर संग्रहालय जैसे स्थानों का दौरा करने का भी सुझाव दिया ताकि वे जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन प्राप्त कर सकें।