आगरा में गिरे मकानों के आसपास गिराये जाएंगे 10 और मकान, सर्वे के बाद नगर निगम ने बनाया प्लान
आगरा
आगरा के टीला माईथान में बेसमेंट की खुदाई के समय गिरे मकानों और आसपास के मकानों में आई दरारों के बाद शनिवार को संयुक्त टीम ने प्रभावित क्षेत्र का सर्वे किया। टीम ने वहां रहने की दृष्टि से असुरक्षित भवनों पर निशान लगा दिए हैं। वहां रहे लोगों को घर खाली करने के निर्देश दिए हैं। संयुक्त सर्वे के बाद यह तय हुआ कि बेसमेंट की ओर क्षतिग्रस्त हुए करीब 9 मकान और एक मंदिर को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाए और शेष भवनों की मरम्मत की जरूरत होगी।
जिलाधिकारी के आदेश पर शनिवार सुबह संयुक्त टीम ने सर्वे की प्रक्रिया शुरू की थी। दोपहर तक चले सर्वे के बाद टीम ने शाम को जिलाधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। टीम ने माना है कि जिस तरह बेसमेंट की खुदाई के बाद जो भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें ध्वस्त किया जाएगा। जो भवन नष्ट हुए हैं उन्हें खाली करा दिया है। उनके सामने जो भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं या जिनमें दरारें आई हैं, उन पर निशान लगा दिए हैं। रहने के लिहाज से जो भवन असुरक्षित हैं उनमें रहने वाले लोगों को भी भवन खाली कराने को कहा है। अधिकांश लोगों ने भवन खाली कर दिए हैं। नगर निगम को इन 10 भवनों को ध्वस्त कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। नगर निगम सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए विशेषज्ञों की मदद से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा ताकि आसपास के मकानों को कोई क्षति नहीं हो।
इन भवनों किया जाएगा ध्वस्त
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, बेसमेंट की ओर से भवनों में अनिल शर्मा का मकान, भूतेश्वर मंदिर, मनोज वर्मा, मुकेश शर्मा, आरती/शांति देवी, बाबी बघेल, अमित/रीता श्रीवास्तव, कपिल/विमला चौहान, अरविंद कुमार और बंटी के मकान शामिल हैं। इनके अतिरिक्त करीब 38 भवनों की मरम्मत कराने की सिफारिश की गई है।
टीम में ये अधिकारी रहे शामिल
टीला माईथान में हुए संयुक्त सर्वे की टीम में आगरा विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता डीएस भदौरिया, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरके शर्मा, नगर निगम के सहायक अभियंता चंद्रशेखर अग्रवाल, तहसीलदार सदर रवीश कुमार, नगर निगम के अवर अभियंता अमित सोनार, टोरंट पावर के सहायक अभियंता तुषार गर्ग और चौकी प्रभारी फुलट्टी सत्येंद्र पाल सिंह शामिल रहे।