चंपक बंगलो को मिला इंटरनेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन, प्रदेश के लिए गौरव का विषय
भोपाल
पचमढ़ी के चंपक बंगलों को अंतराष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन (इंटरनेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन) का सम्मान मिला है। वर्ल्ड बुक आॅफ रिकार्ड्स के अध्यक्ष संतोष शुक्ला ने इसके लिए इंटरनेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन यूरोप के प्रमुख विल्हेम जेजलर को एमपी पर्यटन निगम की इकाई चंपक बंगला पचमढ़ी लेकर पहुंचे थे। विल्हेम जेजलर 27 जनवरी 23 को चंपक पहुंचे और चंपक में स्टे कर ब्रिटिश युग की वास्तुकला से निर्मित इस इकाई की सेवाओं, हॉस्पिटैलिटी और रखरखाव का विश्लेषण किया।
उन्होंने पाया कि मध्यप्रदेश पर्यटन चंपक बंगलों का प्रबंधन आवश्यक मानकों के साथ कर रहा है। चंपक के इतिहास के बारे मे जानकारी लेने पर उन्हें पता चला कि ब्रिटिश काल में चंपक बंगला को पहले लैंसडाउन हाउस के नाम से जाना जाता था और आजादी के बाद चंपक बंगले के नाम से जाना जाने लगा क्योंकि चंपक बंगले में चंपा के कई पेड़ हैं। यह पहले पचमढ़ी में सीएम का आवास हुआ करता था।
2008 से पर्यटन निगम के पास है बंगला
चंपक बंगला 2008 में एमपी टूरिज्म कॉपोर्रेशन को हस्तांतरित किया गया था और अक्टूबर 2009 से पर्यटन निगम की इकाई चंपक बंगला हेरिटेज होटल एण्ड रिसॉर्ट के रूप में संचालित हो रहा है। इसलिए विल्हेम जेजलर द्वारा चंपक बंगले को इंटरनेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन से नवाजा गया। इस पर संचालक पर्यटन विकास निगम एस विश्वनाथन ने कहा है कि यह सम्मान मिलना न केवल मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए वरन मध्यप्रदेश के लिए गौरव की विषय है, जहां तक हॉस्पिटालिटी और उत्कृष्ट सेवा प्रबंधन की बात है , मध्यप्रदेश पर्यटन निगम की हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और उत्कृष्ट सेवा में अपनी एक विशिष्ट पहचान है। हाल ही प्रवासी भारतीय दिवस, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 जैसे आयोजन इसके बेहतरीन उदाहरण हंै।