प्रदीप के दिल, किडनी, आंखों और लीवर से दिया कई को नया जीवन
उज्जैन
उज्जैन के व्यापारी प्रदीप आसवानी ने कई लोगों को नया जीवन दिया। 20 जनवरी को रोड एक्सीडेंट के बाद उन्हें संजीवनी हॉस्पिटल उज्जैन में भर्ती कराया गया था। यहां से उन्हें इंदौर विशेष जुपिटर हॉस्पिटल लाए जहां उपचार के दौरान न्यूरो सर्जन डॉ बसंत डाक वाले द्वारा परिवार को संभावित ब्रेन डेथ की जानकारी दी गई। उनकी उम्र 34 वर्ष ही थी। ऐसी स्थिति में मुस्कान के सेवादारों द्वारा परिवार से संभावित परोपकारी कार्य अंगदान के लिए परिवार से संपर्क एवं काउंसलिंग की गई। छोटे भाई चिराग आसवानी एवं बहन वानी रतनानी एवं परिवार ने अंगदान के प्रति रुझान दिखाया और सोमवार को अंगदान संपन्न हुए।
इसमें दिल लेने के लिए पुणे से विशेष विमान द्वारा भारतीय सेना के एआईसीटीसी हॉस्पिटल के कार्डियक सर्जन कर्नल डीआर सौरभ सिंह अपने 8 सदस्य चिकित्सक दल के साथ देर रात इंदौर पहुंचे। लीवर विशेष जुपिटर हॉस्पिटल, एक किडनी बॉम्बे हॉस्पिटल को एवं दूसरी किडनी चोइथराम हॉस्पिटल में उपचाररत रोगियों को दिए गए। दिवंगत के नेत्रदान शंकरा आई बैंक की टीम द्वारा प्राप्त किया गया। इनके लिए शहर में 48वां ग्रीन कॉरिडोर बना।
सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर चोइथराम हॉस्पिटल और बॉम्बे हॉस्पिटल के लिए किडनी ग्रीन कारिडोर की सहायता से अंगदान संपन्न हुआ। एक ही दिन में 3 ग्रीन कॉरिडोर बने जिसमें 1 अंतरराज्यीय और दो स्थानीय रहे। इसमें स्थानीय ट्रैफिक पुलिस, सीआइएसएफ एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी के संयुक्त समन्वय से निर्माण किया गया। ट्रैफिक पुलिस के महेश चंद्र जैन, अरविंद तिवारी के साथ ही स्थानीय यातायात पुलिस के 150 पुलिसकर्मियों ने योगदान दिया।
उल्लेखनीय है कि इंदौर संभाग आयुक्त एवं इंदौर सोसायटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के अध्यक्ष डॉ पवन कुमार शर्मा एवं मेडिकल कॉलेज डीन एवं इंदौर सोसायटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सचिव डॉ संजय दीक्षित की अगुवाई में अंगदान के कार्य में विशेष तेजी आई है। मुस्कान ग्रुप के सेवादार जीतू बगानी, संदीपन आर्य और मोनीषा बागानी, लकी खत्री, राजेंद्र माखीजा आसवानी ने समन्वय किया।