अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के पांच बच्चों की शिक्षा-दीक्षा का खर्च वहन करेंगे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक भट्टर
रायपुर
अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के मूक-बधिर बच्चों से मिलने के बाद सुप्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.अशोक भट्टर ने कहा कि मुझे आज जीवन का एक नया पाठ पढने को मिला है। डॉ. भट्टर ने कहा कि इन बच्चों ने बता दिया है कि परिस्थिति कितनी भी विपरीत क्यों न हो, कभी हार नहीं माननी चाहिए। दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन मेहनत से जीवन में हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बोल और सुन नहीं सकने के बाद भी ये बच्चे जिस लगन और मेहनत से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं वह अनुकरणीय है। डॉ. भट्टर ने यहां बजाज कालोनी (राजेन्द्र नगर) में स्थित अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के पांच बच्चों को एक साल के लिए गोद लिया। इन पांच बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में जो भी राशि लगेगी, वह डॉ. भट्टर वहन करेंगे।
रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने इस अवसर पर कहा कि अर्पण कल्याण समिति मूक-बधिर बच्चों को नि:शुल्क उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान करने का कार्य कर रही है, वह प्रशंसनीय है। श्री दुबे ने कहा कि डॉ. भट्टर ने पांच बच्चों को गोद लेकर जो नेक कार्य किया है उसके लिए हम उनके आभारी हैं। सभापति श्री दुबे ने समाज के प्रबुद्धजनों से अपील करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों का भविष्य गढने के लिए वे स्वस्फूर्त आगे आएं।
इस स्कूल में निशुल्क सेवा दें रहीं स्पीच थेरेपिस्ट डॉ. रूचिरा राज पांडेय ने कहा कि पिछले सात माह में यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के शिक्षा के स्तर और व्यक्तित्व में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। इसके लिए प्राचार्य कमलेश शुक्ला और उसकी पूरी टीम बधाई के पात्र हैं।