जीजा और के साथ मिलकर पत्नी ने कराई पति की हत्या, मुंबई से दी 7 लाख की सुपारी, फतेहपुर में हुआ कत्ल
फतेहपुर
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के बिंदकी में 30 जनवरी की रात घर में घुसकर कारोबारी अमित गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को पुलिस ने चार को गिरफ्तार करते हुए इस मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि प्रेम प्रसंग, उत्पीड़न और संपत्ति की वजहों को लेकर पत्नी ने मुंबई में पति की हत्या की सुपारी दी थी। वहीं, शातिरों ने कारोबारी के बिंदकी आने पर हत्या की थी। पत्नी ने जीजा और प्रेमी के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया था। एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी पूनम गुप्ता ने कानपुर के अविनाश यादव, जीजा रामखेलावन, मोहित पासवान, अंकित सिंह, अंशुल पासवान और केशव गुप्ता के साथ मिलकर इस योजनाबद्ध तरीके से हत्या करवाई।
7 लाख की दी थी सुपारी
पूनम ने अपने पति को मारने के लिए 7 लाख की सुपारी दी थी। पेशगी के तौर पर 85 हजार रुपये भी ट्रांसफर किए थे। एसपी ने बताया कि पूनम के प्लान के मुताबिक आरोपित अमित गुप्ता के घर पहुंचे। पूनम ने दरवाजा खोला और कमरे में ले गई। बेखबर सो रहे अमित के सिर पर रॉड से पहले वार अंकित ने किया। उसके बाद नुकीले हथियार से गले में एक दर्जन से अधिक वार किया।
वारदात को अंजाम देने के बाद आराम से निकले हत्यारे
अमित की मौत के बाद सभी आरोपित शरीर ठंडा होने तक कमरे में मौजूद रहे और इस दौरान वे सुपारी की बाकी रकम की अदायगी और पुलिस से बचने पर चर्चा की। योजना के मुताबिक पूनम के हाथ बांधे और करीब एक घंटे बाद मौके से भाग निकले।
अपनी ही पटकथा में उलझ गई पूनम
हत्या के करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस को सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को पूनम ने बताया कि हत्यारों ने चोट मारकर बेहोश कर दिया था। लेकिन पुलिस को कोई चोट के निशान नहीं मिले। वहीं हाथ बांधे जाने के निशान हाथ पर न होने से पुलिस का शक बढ़ गया।
हिरासत में लिए लिए जाने के बाद पूछताछ के दौरान पूनमने बताया कि आए दिन एक-दूसरे के चरित्र को लेकर दोनों के बीच झगड़ा होता था। अमित ने चार फ्लैट खरीदे थे जो कुछ दिन पहले ही उसने एक फ्लैट 40 लाख में बेच दिया था। वह मुंबई की सारी प्रापर्टी बेचकर बिंदकी में रहना चाहता था। पूनम को यहीं बात गंवारा नहीं हुआ।