जैसे ही अटलांटिक के ऊपर आया, चीनी गुब्बारे को अमेरिकी सुपरसोनिक मिसाइल ने मार गिराया
नई दिल्ली
अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी सेना पर निगरानी रखने के संदेह वाले एक बड़े चीनी गुब्बारे को मार गिराने का दावा किया है। जैसे ही गुब्बारा अटलांटिक महासागर के ऊपर पहुंचा, वैसे ही अमेरिकी सुपरसोनिक मिसाइल ने उसे हवा में ही मार गिराया। अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि चीनी बैलून अमेरिकी हवाई क्षेत्र में जासूसी कर रहा था। इसका आकार तीन स्कूली बस के बराबर था। गुब्बारे को धवस्त करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "हमने सफलतापूर्वक इसे मार गिराया है, और मैं अपने उन एविएटर्स को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।"
चीनी गुब्बारे के शूटडाउन देखने वाले रॉयटर्स के एक फ़ोटोग्राफ़र ने कहा कि अटलांटिक महासागर के ऊपर आसमान में एक फाइटर जेट से एक स्ट्रीम सी आई और गुब्बारे से टकराई, लेकिन कोई विस्फोट नहीं हुआ। इसके बाद यह गिरने लगा। हालांकि, हिन्दुस्तान लाइव इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि एक F-22 फाइटर जेट ने स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:39 बजे (GMT-1939) चीनी गुब्बारे को मार गिराया। सैन्य अधिकारी के मुताबिक,इसमें हवा से हवा में मार करने वाली एक सुपरसोनिक मिसाइल AIM-9X का उपयोग किया गया था।
इस गुब्बारे ने पहली बार 28 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसके बाद सोमवार को यह कनाडाई हवाई क्षेत्र में पहुंच गया था। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि इसके बाद इसने 31 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में फिर से प्रवेश किया।
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि वाशिंगटन ने इसे अमेरिकी संप्रभुता का "स्पष्ट उल्लंघन" बताया है और शनिवार को बीजिंग को इसके मार गिराने की सूचना से अवगत करा दिया। चीन ने गुब्बारे की दिशा भटकने पर खेद व्यक्त किया था और कहा था कि यह नागरिक मौसम विज्ञान और अन्य वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला "हवाई पोत" था, जो अमेरिकी हवाई क्षेत्र में भटक कर पहुंच गया था।
चीन के दावे से अलग पेंटागन का आकलन था कि गुब्बारा दुनिया भर में फैले चीनी जासूसी गुब्बारों की गतिविधियों में नवीनतम था। शुक्रवार को पेंटागन ने बताया था कि एक और चीनी गुब्बारा लैटिन अमेरिका के ऊपर उड़ रहा है।