‘वो जान निकाल देता है’. कोहली, धोनी, रैना नहीं, पाक तेज गेंदबाज को इस भारतीय बल्लेबाज से लगा डर
नई दिल्ली
बड़े मंच पर अगर पाकिस्तान के खिलाफ किसी पर भरोसा किया जा सकता है तो वे हैं विराट कोहली जिनका पड़ोसियों के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है। अब पाकिस्तान से द्विपक्षीय सीरीज खेले काफी साल हो गए लेकिन कोहली उन कुछ सक्रिय खिलाड़ियों में से हैं, जो अंतिम भारतीय टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला खेली थी। जबकि विराट की कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ कुछ बेहतरीन पारियां विश्व कप और एशिया कप में रही हैं। 2015 के विश्व कप में उन्होंने ग्रुप-स्टेज मैच में भारत की 76 रन की जीत में 107 रन बनाए थे।
रोहित शर्मा को आउट करना सबसे कठिन था
तब पाकिस्तान के पास अनसुने तेज गेंदबाज सोहेल खान के कोहली सहित पांच विकेट लिए। लेकिन गेंदबाज के लिए, न तो कोहली और न ही तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी उनके सबसे मुश्किल विकेट थे। 2008 और 2016 के बीच पाकिस्तान के लिए खेलने के बाद, भारत के खिलाफ 55 रन देकर 5 विकेट इस बॉलर के लिए 13 मैचों के एकदिवसीय करियर का बेस्ट रिकॉर्ड है। उन्होंने तब धोनी, सुरेश रैना, इन-फॉर्म कोहली को आउट किया लेकिन सोहने का कहना है कि रोहित शर्मा को आउट करना सबसे कठिन था।
हिटमैन को गेंदबाजी करने से डर रहे थे सोहेल खान
हिटमैन उस समय बहुत खास बल्लेबाज के तौर पर विकसित हो रहे थे। नादिर अली के YouTube चैनल पर बोलते हुए, दाएं हाथ के गेंदबाज ने स्वीकार किया कि रोहित की गेंद को देर से खेलने की क्षमता और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज होने के कारण, वह उनके खिलाफ गेंदबाजी करने से डर रहे थे। सोहेल को लगता है अगर रोहित नई गेंद के उनके स्पैल से बचने में सफल रहते हैं, तो वह दोहरा शतक भी लगा सकते थे। लेकिन रोहित को आखिरकार आठवें ओवर में सोहेल ने आउट कर दिया और वे 20 गेंदों पर सिर्फ 15 रन बना पाए।
वो गेंदबाज की जान निकाल देता है
उन्होंने कहा, "मैं नई गेंद से गेंदबाजी करता हूं और क्रीज पर आने वाला पहला बल्लेबाज रोहित शर्मा था, मेरी योजना उसे आउट करने की थी … क्योंकि वह बहुत देर से शॉट खेलता है और बहुत सही तकनीक भी है। वो गेंदबाज की जान निकाल देता है। उसके पास खेलने के लिए हर बार समय है। यहां तककि अगर आप 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं, तब भी वह आपको उसी अंदाज में छक्का मारेगा, जैसे वह 120 किमी प्रति घंटे की गेंद पर मारता है। वह एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिनसे मैं डरता था। अगर वह टिके रहते हैं, तो वह सिर्फ शतक नहीं लगाएंगे, वह 200 रन बना लेंगे।" उस मैच में रोहित तो नहीं चले पर भारत के 301 के लक्ष्य के जवाब में, पाकिस्तान मोहम्मद शमी के चार विकेटों के साथ सिर्फ 224 पर सिमट गया।