35 दिनों से कहां हैं तानाशाह किम जोंग उन? नॉर्थ कोरिया शासक के गंभीर रूप से बीमार होने की अटकलें तेज
उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के लापता होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। फॉक्स न्यूज के मुताबिक इसी सप्ताह होने वाले मिलिट्री परेड से पहले किम जोंग उन गायब हो गए हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है इसलिए उन्हें बीते 35 दिनों से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है।
मीडिया आउटलेट NK न्यूज ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह इस हफ्ते एक सैन्य परेड में शामिल होने वाले थे, लेकिन अभी तक उनको लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किम ने रविवार को पोलिबुटो बैठक में हिस्सा नहीं लिया। ऐसा उन्होंने अब तक तीसरी बार किया है। NK न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक 8 फरवरी को कोरियाई पीपुल्स आर्मी की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। इस दिन देश में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हालांकि, ऐसा दावा किया जा रहा है कि शायद किम जोंग उन परेड में शामिल होने के लिए फिट नहीं हैं। 40 दिनों तक रहे थे गायब ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, जब किम जोंग उन सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दे रहे हैं। बीते साल साल 2021 के अंत में भी किम जोंग उन कई दिनों तक दिखाई नहीं दिए थे। उस दौरान ये अटकलें लगाई गईं कि किम जोंग उन कोरोना से प्रभावित हुए हैं। साल 2014 में भी किम जोंग उन लंबे वक्त तक गायब हो गए थे और 40 दिनों तक दिखाई नहीं दिए थे।
रिपोर्ट्स की मानें तो किम जोंग उन 8 फरवरी को होने वाली सैन्य परेड में हिस्सा ले सकते हैं, क्योंकि सरकार ने उनके शामिल न होने को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी है। अमेरिका को दी धमकी इस परेड से उत्तरी कोरिया, अमेरिका और एशिया में अपने दुश्मन देशों को परमाणु क्षमता दिखाएगा। पिछले हफ्ते, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के एक साथ संयुक्त अभ्यास का विस्तार करने और क्षेत्र में बमवर्षक और विमान वाहक जैसी अधिक उन्नत सैन्य संपत्ति तैनात करने की योजना की निंदा की थी। इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने सबसे भारी परमाणु बल के साथ अमेरिकी सेना का मुकाबला करने की धमकी दी थी।
2022 में दागीं 70 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल आपको बता दें कि उत्तर कोरिया ने 2022 में 70 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं, जिनमें संभावित परमाणु-सक्षम हथियार भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इन मिसाइलों को दक्षिण कोरिया में लक्ष्यों पर हमला करने या अमेरिकी मुख्य भूमि तक पहुंचने के लिए डिजाइन किया गया है। यही कारण है कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया लगातार किम जोंग उन के सैन्य ऑपरेशन पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।