MP आवास योजना के फॉर्मूले से बंटेंगे सुराज कॉलोनी के आवास
भोपाल
प्रदेश में भूमाफिया और अतिक्रामकों के कब्जे से मुक्त कराई गई 23 हजार एकड़ शहरी जमीन पर राज्य सरकार निजी डेवलपर की मदद से गरीबों के लिए बहुमंजिला सुराज टॉवर का निर्माण करवाएगी। छोटे शहरों में मल्टी स्टोरी के स्थान पर साढ़े चार सौ वर्ग फीट तक के आवासीय पट्टे भी सुराज कॉलोनी विकसित कर बांटे जाएंगे। इस निर्णय से प्रदेश के लाखों आवासहीन गरीबों को उच्च गुणवत्तायुक्त आवास और विकसित भूखंड मिल सकेंगे। इस प्रस्ताव को मंजूरी देने आज कैबिनेट में चर्चा की गई।
प्रदेश में एक अप्रैल 2020 के बाद गुंडे-बदमाश और भूमाफियाओं के अवैध अतिक्रमण हटाकर उनके कब्जे से बेशकीमती शासकीय जमीन मुक्त कराई गई है। प्रदेश में ऐसी 23 हजार एकड़ जमीन शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध है। राज्य सरकार इस शासकीय भूमि पर आवासहीन तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आवास निर्माण करने की योजना पर काम करेगी। अतिक्रमण से मुक्त कराई गई भूमि का एक टुकड़ा निजी डेवलपर को सौंपा जाएगा जिसके बदले डेवलपर शेष भूमि पर ईडब्ल्यूएस आवास हेतु सुराज टॉवर बनाकर देगा। ये आवास गरीबों को दिए जाएंगे। निजी डेवपलर को दिए जाने वाले भूखंड के आरक्षित मूल्य की गणना लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग की स्थापित नीति के अनुसार खुली निविदाओं के आधार पर किया जाएगा।
MP आवास योजना के फॉर्मूले से बंटेंगे आवास
निर्माण होने के बाद इकाईयों का आवंटन कमजोर आय वर्ग के आवासहीन को प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता एवं फार्मूले के आधार पर जिला स्तर पर दिया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में झुग्गी बस्तियों का पुनर्वास तथा शासकीय परियोजनाओं में जैसे सड़क आदि में आवश्यकता होने पर पुनर्वास भी किया जा सकेगा। योजना के क्रियान्वयन हेतु अन्य सभी प्रक्रिया राज्य में स्थापित री डेंसिफिकेशन नीति 2022 के अनुसार रहेगी। सुराज टॉवर, सुराज कॉलोनी का निर्माण समयसीमा में गुणवत्ता से करने हेतु प्रावधान किए गए है इसमें पैनाल्टी का प्रावधान भी किया जाएगा।
छोटे शहरों में मिलेंगे साढ़े चार सौ वर्गफीट के आवासीय पट्टे
छोटे शहरों में मल्टीस्टोरी के स्थान पर साढ़े चार सौ वर्गफीट तक के आवासीय पट्टे भी कॉलोनी विकसित कर उसमें दिए जा सकेंगे। परियोजना में कई सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी। सुराज कॉलोनी के लिए सभी आवश्यक अधोसंरचना जैसे सड़क, जलप्रदाय, बिजली, बगीचा, सामुदायिक भवन व आवश्यकता होने पर स्कूल एवं डिस्पेंसरी भी बनाकर दी जाएगी।
निर्माण में खराबी मिली तो पांच साल तक मुफ्त सुधारेगा डेवलपर
सुराज टॉवर या कॉलोनी के निर्माण के बाद निजी डेवलपर अगले पांच सालों तक डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड विकास का रहेगा। तीन वर्षों तक कॉलोनी का रखरखाव और संचालन व मरम्मत का दायित्व भी निजी डेवलपर का रहेगा। जो सुराज टॉवर बनेंगे उनमें निर्माण कार्य में किसी प्रकार की कमी निकलने पर डेवलेपर स्वयं उसकी मरम्मत कराएगा और छोटे शहरों की कॉलोनी में विकास कार्यों की देखरेख भी करेगा।