“पोषक अनाज के उत्पादन एवं प्र-संस्करण से महिला सशक्तिकरण” विषय पर कार्यशाला
दो दिवसीय कार्यशाला केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान में होगी
भोपाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज (मिलेट्स) वर्ष घोषित किया गया है। जी-20 देशों के सम्मेलन में भारतवर्ष की अग्रणी भूमिका को ध्यान में रखते हुए पूरे मध्यप्रदेश में पोषक अनाज उत्पादन में महिलाओं के योगदान पर केंद्रित जी-20 समूह देशों पर आधारित अनेक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल में "पोषक अनाज के उत्पादन एवं प्र-संस्करण से महिला सशक्तिकरण” पर 2 दिवसीय कार्यशाला 8 फरवरी को प्रात: 10 बजे से शुरू होगी।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर एवं केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल के तत्वावधान में कार्यशाला में लगभग 250 महिला कृषक और उद्यमी शामिल होंगे। पहले दिन पोषक अनाज पर एक तकनीकी कार्यशाला होगी, जिसमें इस क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न विशेषज्ञ, महिला कृषकों के साथ अपना अनुभव साझा करेंगे। पोषक अनाज उत्पादन और प्र-संस्करण यंत्रों के साथ महिला कृषकों द्वारा विकसित और विपणन किए जा रहे अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
कार्यशाला के दूसरे दिन कृषक-हितधारक-उद्योग विषय पर बैठक भी होगी, जिसमें किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की महिला कृषकों के प्रमुख भी उपस्थित होकर अपने अनुभव साझा करेंगे। खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न उद्योग, गैर सरकारी संगठन और सरकारी संस्थाएँ भी कार्यशाला में शामिल होंगी।