ब्रिटिश महिला की मदद के बदले एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने मांगे थे पैसे, तीन स्टाफ पर हुई कार्रवाई
पणजी
गोवा के दाबोलिम हवाई अड्डे के दो कर्मचारियों पर ब्रिटेन की महिला से व्हीलचेयर सेवा उपलब्ध कराने के बदले में पैसे वसूलने के आरोप में तीन एयरपोर्ट स्टाफ पर कार्रवाई की है। विकलांग व्यक्तियों के लिए राज्य आयुक्त के कार्यालय द्वारा एएआई को पत्र लिखकर 13 फरवरी तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगने के बाद यह कार्रवाई की गई। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, 62 वर्षीय कैथरीन फ्रांसेस वोल्फी 29 जनवरी को टीयूआइ एयरवेज की उड़ान टीओएम 031 से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे से गोवा आ रही थीं।
जब वह दाबोलिम हवाई अड्डे पर पहुंची तो हवाई अड्डे के प्रबंधक ने व्हीलचेयर पर बिठाने और सामान उठाने में महिला यात्री की मदद के लिए दो कर्मचारियों को भेजा। कर्मचारियों ने कैथरीन से व्हीलचेयर सेवा उपलब्ध कराने के लिए 4,000 रुपये मांग की। वोल्फी ने 4 फरवरी को गोवा में एक परिचित के माध्यम से शिकायत की थी, जिसके बाद एएआई ने तुरंत एक जांच शुरू की।
वोल्फी से पैसे मांगने वाले स्टाफ को किया गया सस्पेंड
अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी कि ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी ने वोल्फी की मदद करने वाले स्टाफ को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा, 2 ट्रॉली रिट्रीवर्स के एयरपोर्ट एंट्री परमिट (AEP) को एएआई गोवा द्वारा जब्त कर लिया गया और आगे की कार्रवाई के लिए एजेंसी को सूचित किया गया।' प्राधिकरण ने कहा कि एएआई गोवा इस तरह के गैरकानूनी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। प्रधिकरण ने आगे कहा कि गोवा हवाई अड्डे पर व्हीलचेयर, पीआरएम सहायता और ट्रॉली पुनर्प्राप्ति सेवा नि: शुल्क है।
गोवा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निदेशक एस वी टी धनमजय राव ने कहा,'भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एयरलाइंस और ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों को पीआरएम यात्रियों की सहायता के बारे में जागरूक किया गया है। साथ ही यात्रियों के जागरूकता के लिए टर्मिनल भवन में 'नो टिप्स प्लीज' संदेश प्रमुखता से प्रदर्शित किए जा रहे हैं।