सागर के पास बड़तूमा में 100 करोड़ की लागत से बनेगा संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर : मुख्यमंत्री चौहान
संत शिरोमणि रविदास के आदर्श राज की कल्पना मध्यप्रदेश में हुई चरितार्थ
जनता का साथ और संतों के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश छुएगा विकास की ऊँचाइयाँ
अजा वर्ग के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए परिवार की वार्षिक आय सीमा अब 8 लाख रूपये
अजा/जजा वर्ग को उद्योग लगाने के लिए 20 प्रतिशत भू-खंड आरक्षित होंगे
मुख्यमंत्री चौहान सागर में संत रविदास महाकुंभ में शामिल हुए
शाहगढ़ बंडा समूह जल-प्रदाय योजना का भूमि-पूजन
सरपंचों को कलश भेंट कर कलश यात्रा क
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि सागर के पास बड़तूमा में 100 करोड़ रूपए की लागत से संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर की दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षाएँ उकेरी जाएंगी। मंदिर परिसर में संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व को भी प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में संत शिरोमणि रविदास महाराज के आदर्श राज्य की कल्पना चरितार्थ हुई है। संत रविदास ने कहा था कि "ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।" उनके बताये हुए इसी मार्ग पर हम चल रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनता के साथ और संतों के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश विकास की ऊँचाइयाँ छुएगा। मुख्यमंत्री चौहान आज सागर में संत रविदास महाकुंभ में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों का सम्मान सर्वोच्च है। स्त्री-पुरुषों में कोई भेद नहीं किया जाता। बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना के बाद अब बहनों के लिए लाडली बहना योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें गरीब एवं मध्यम वर्ग की बहनों को एक हजार रूपये दिये जायेंगे। प्रदेश में सबके लिए भोजन, पढ़ाई, लिखाई, दवाई, मकान, रोजगार सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश में जात-पांत नहीं है, कोई छोटा-बड़ा नहीं है, सब समान है, सबको समान अवसर है और सभी का बराबर सम्मान हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने 251 करोड़ 25 लाख रूपए लागत की शाहगढ़-बंडा समूह जल-प्रदाय योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने सरपंचों को कलश भेंट कर कलश-यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने समारोह स्थल पर संत रविदास और ‘‘एक जिला-एक उत्पाद’’ पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सभी के लिए आवास सुनिश्चित करने के लिए गरीबों को आवासीय को पट्टे दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में टीकमगढ़ जिले में 10 हजार 800 और सागर जिले में 12 हजार पट्टे दिए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना में गरीबों को निजी अस्पतालों में वर्ष में 5 लाख रूपये तक के इलाज की सुविधा है। कोविड काल में जनता को नि:शुल्क वैक्सीन लगवाया गया। प्रदेश में उच्च शिक्षा की फीस भी अब सरकार भरवा रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ की गई है। छात्राओं को स्कूल जाने के लिए साइकिल के लिए 3 हजार 900 रूपए दिए जाते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए उनके परिवार की वार्षिक आय सीमा को 6 लाख से बढ़ा कर 8 लाख रूपए किए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में संत रविदास की जन्म स्थली बनारस के लिए मध्यप्रदेश से तीर्थ यात्रा ट्रेन जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि अजा और अजजा वर्ग के युवाओं को उद्योग लगाने के लिए 20 प्रतिशत भू-खंड आरक्षित किए जाएंगे। एमएसएमई क्लस्टर नीति में अजा वर्ग के उद्योगपतियों के संगठन को एक क्लस्टर दिया जाएगा। साथ ही अजा वर्ग के व्यक्तियों को एलाट हुए पेट्रोल पंप लगाने के लिए भूमि दी जाएगी। उद्योग विभाग में अजा वर्ग को मार्गदर्शन के लिए नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे। भंडार क्रय नियम में भी सर्विस और ट्रेडिंग सेंटर में छूट दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सफाई कर्मियों की सुरक्षा के लिये अब मैनहोल की सफाई मशीन से ही की जाएगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्य नारायण जटिया ने कहा कि संत रविदास महाकुंभ मध्यप्रदेश शासन द्वारा की गई अच्छी शुरुआत है। प्रदेश में समाज के उत्थान का एक नया वातावरण बना है, जो प्रदेश और देश को विकास की ओर ले जाएगा।
सांसद वी. डी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के निरंतर प्रयासों से मध्यप्रदेश में सामाजिक समरसता पर आधारित समतामूलक समाज का निर्माण हो रहा है। संत रविदास महाकुंभ इसी का एक सशक्त प्रयास है। प्रदेश में संत रविदास की अवधारणा के अनुरूप राज व्यवस्था है।
अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में अजा वर्ग के उत्थान के चौतरफा प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश मंत्री-मंडल में अनुसूचित जाति वर्ग को पर्याप्त प्रतिनिधित्व और अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने संत रविदास महाकुंभ मनाने की गौरवशाली शुरूआत की थी, जो निरंतर जारी है। उन्होंने सभी वर्गों के कल्याण के साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए भी अनेक योजनाएँ संचालित की हैं। अनुसूचित जाति वर्ग की शिक्षा और रोजगार पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कन्याओं का पूजन किया और संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आरती की। मुख्यमंत्री का स्थानीय महिलाओं ने लाडली बहना योजना शुरू करने के लिए आभार माना और अभिनंदन किया। स्वागत भाषण विधायक प्रदीप लारिया ने दिया। जनजातीय कार्य, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह ने आभार माना। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, जल संसाधन और मछुआ कल्याण एवं मत्स्य-विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक निर्माण और कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव, सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद भदौरिया, सांसद राजबहादुर सहित 200 से अधिक संत और बड़ी संख्या में जन-सामान्य उपस्थित थे।