Coronavirus: क्या फिर से आ सकता है कोरोना का नया वैरिएंट, चीन के शीर्ष वैज्ञानिक ने दिया जवाब
नई दिल्ली
दूनियाभर में कोरोना महामारी ने लाखों लोगों की जान ली। हालांकि अब स्थिति काफी बेहतर है, लेकिन जिस तरह से चीन में कोरोना के मामले फिर से तेजी से बढ़े उसके बाद लोगों में यह डर जरूर है कि शायद चीन में कोरोना का नया वैरिएंट आ गया हो। लेकिन क्या सच में फिर से कोरोना का नया वैरिएंट सामने आ सकता है, इसको लेकर चीन में एक शीर्ष वैज्ञानिक का मैसेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है। चीन के शीर्ष वैज्ञानिक जॉर्ज गावो को मैसेज सर्कुलेट हो रहा है उसमे कहा गया है कि सुकून से रहिए। जॉर्ज और उनके सहयोगियों का पेपर लैंसेट मेडिकल जर्नल में छपा है, जिसमे लोगों से कहा गया है कि वह चिंता ना करें, चीन में शुरुआती हफ्तों में कोई नया वैरिएंट नहीं आय़ा है। दरअसल चीन ने बीजिंग में अपनी सख्त जीरो कोविड पॉलिसी को भी यहां खत्म कर दिया था, जिसके बाद यहां बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए थे, जिसके बाद लोगों की चिंता बढ़ गई थी।
चायनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की ओर से कहा गया है कि अब दुनिया को कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर निश्चिंत हो जाना चाहिए, यहां कोई नया वैरिएंट सामने नहीं आया है। जॉर्ज गावो इंस्टिट्यूट ऑफ माइक्रोबायोलोजी में प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा कि चीन में जो वैरिएंट संक्रमण फैला रहा है वह ओमिक्रॉन सब वैरिएंट BA.5.2 और BF.7 ही है, जोकि दुनियाभर में फैला था। बीजिंग में 14 नवंबर से 20 दिसंबर 2022 के बीच 413 कोरोना के संक्रमण के मामलों का अध्ययन करने के बाद अध्ययन में यह बात सामने आई है कि सभी संक्रमण मौजूदा संक्रमण के चलते ही हुए हैं।
जॉर्ज का कहना है कि कोरोना के मामले फिलहाल कम हो रहे हैं लेकिन नई लहर की भविष्य में संभावना है। चायनीज फंडेड लैंसेट के इस शोध को बीजिंग सेंटर फॉर डिजीजेस प्रीवेंशन एंड कंट्रोल, चायनीज एकेडमी ऑफ साइंसे, सीडीसी एंड यूनिवर्सिटी ऑप चायनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज ने किया है। गौर करने वाली बात है कि चीन में तीन साल से अधिक समय तक सख्त जीरो कोविड नीति को लागू किया गया, जिसमे पूरे शहर में लॉकडाउन, मास टेस्टिंग और सख्त क्वारेंटीन शामिल था। सरकार की इस नीति के खिलाफ लोग सड़क पर भी उतरे थे, जिसके बाद सरकार ने इसे हटाया तो बड़ी संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे।