यूपी के इस जिले में 2661 शहरी दिव्यांग लापता, पैसे देने के लिए हो रही है तलाश
बरेली
यूपी में पेंशन को आधार से लिंक करने से फर्जीवाड़े सामने आने लगे हैं। बरेली के शहरी क्षेत्र के 2661 दिव्यांग पेंशन के शहरी लाभार्थी रिकार्ड में दर्ज पते नहीं मिल रहे। पेंशन को आधार से लिंक करने के लिए लाभार्थियों की तलाश की जा रही है। फिलहाल दिव्यांग जन शक्ति विभाग ने लापता 2661 दिव्यांग लाभार्थियों की पेंशन रोक दी है।
बरेली में 24052 दिव्यांग पेंशन ले रहे हैं। इनमें 6390 लाभार्थी शहरी क्षेत्र के हैं। हर महीने 1000 रुपये पेंशन के तौर पर लाभार्थियों के खातों में भेजे जाते हैं। चालू वित्तीय वर्ष की शुरूआत से ही पेंशन के लाभार्थियों की केवाईसी का काम चल रहा है। पेंशन को आधार से लिंक किया जा रहा है। बगैर आधार नंबर लिंक कराए पेंशन जारी नहीं हो सकती। शहरी क्षेत्र में रहने वाले 2661 दिव्यांग पेंशन के लाभार्थियों को सरकारी मशीनरी नहीं खोज पा रही।
जो पता रिकार्ड में दर्ज वहां ये नहीं मिल पा रहे। आसपास के लोग भी इनके बारे में कुछ नहीं बता पा रहे। जबकि हर साल नगर निकाय और तहसीलों के जरिए इनकी सत्यापन रिपोर्ट आ रही थी। सत्यापन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। लापता लाभार्थियों में से कुछ तो 20-20 साल से पेंशन ले रहे हैं। लाभार्थियों का पता लगाने में नाकाम होने पर दिव्यांग जन शक्ति विभाग ने फिलहाल इनकी पेंशन पर रोक लगा दी है।
जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी, योगेश पांडेय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र के 2661 लाभार्थियों ने अभी तक केवाईसी नहीं कराई है। इनके बारे में अभी जानकारी नहीं मिल सकी है। फिलहाल इनकी पेंशन रोक दी गई है। लाभार्थी किसी भी जन सुविधा केंद्र या विकास भवन स्थित हमारे ऑफिस आकर केवाईसी करा सकते हैं।