‘मैंने जो कहा वह गाली नहीं थी..’, संसद में दिए बयान पर बुरी फंसी महुआ मोइत्रा, अब दे रही हैं सफाई
नई दिल्ली
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने हालिया बयान पर सफाई पेश की है। संसद में दिए अपने हालिया बयान को लेकर चर्चा में आईं महुआ मोइत्रा ने कहा कि उनकी समझ में उन्होंने संसद में अपशब्द का प्रयोग नहीं किया। महुआ ने कहा जिस शब्द का उन्होंने इस्तेमाल किया उसका ताल्लुक अरबी शब्द से है, जिसका अर्थ पापी होता है। लोकसभा सांसद ने एक इंटरव्यू में कहा, "मैं एक हिंदी भाषी नहीं हूं। अगर उन्हें अपनी हिंदी में कुछ और अर्थ लगता है, तो इसमें मेरी समस्या नहीं है।"
महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में अपना भाषण समाप्त करने के बाद लोकसभा में अपशब्द कहने के लिए इन दिनों सवालों के घरे में हैं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रमेश बिधूड़ी के लिए सदन के पटल पर इस्तेमाल किए गए 'आपत्तिजनक' शब्द के लिए महुआ से माफी की मांग की। दरअसल, 7 फरवरी को महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने तीखे अंदाज में केंद्र सरकार को अडानी के मुद्दे पर घेरा और कई सवाल किए। महुआ का भाषण खत्म होते ही तेलुगू देशम पार्टी के सांसद राममोहन नायडू अपनी बात रखने लगे। इतने में महुआ अपनी सीट से उठीं और सत्ता पक्ष के किसी सदस्य के लिए अपशब्द इस्तेमाल किया। इसी को लेकर अब वह विवादों में फंस गई हैं।
'सेब को सेब कहूंगी, संतरा नहीं'
इससे पहले जब बुधवार (7 फरवरी) को बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि विपक्षी सदस्यों को अपनी जीभ पर नियंत्रण रखना चाहिए। इसको लेकर महुआ ने कहा, "यह आश्चर्य की बात है कि बीजेपी हमें संसदीय शिष्टाचार सिखा रही है। मैं सेब को सेब ही कहूंगी, संतरा नहीं।" उन्होंने कहा कि अगर वे मुझे विशेषाधिकार समिति के सामने ले जाएंगे, तो मैं अपना पक्ष रखूंगी।