रोहित से लेना होगा सबक, हरभजन ने बताया केएल राहुल को दूसरी पारी में आत्मविश्वास बढ़ाने का तरीका
नई दिल्ली
केएल राहुल से जिस तरह भारतीय टीम चिपकी हुई है उसके साथ ये बल्लेबाज कभी न्याय नहीं कर पाया है। उनको टीम में रखने का मानों कोई अघोषित नियम बना हुआ है। ऐसा मानना था भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव का जिन्होंने कहा यदि ऐसा नियम है तो उसको अब बदल दो। अगर राहुल परफॉर्म नहीं कर पा रहे तो उनको ड्रॉप करना भी रोहित शर्मा एंड कंपनी को सीखना होगा। हालांकि राहुल पर खास मेहरबानी का सिलसिल कोहली की कप्तानी से चला रहा है और अब जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट की पहली पारी में ये बल्लेबाज फ्लॉप हुआ तो भी बातें पिच की चुनौती को लेकर ही ज्यादा कहीं जाएंगी ना की राहुल की खुद की खामी की ओर।
आक्रामक बल्लेबाजी करते तो अधिक रन बना सकते थे
खैर शुभमन गिल के बाहर बैठने पर भारतीय टीम प्रबंधन के पास अधिक मैचों में केएल राहुल को ओपनर बनाकर रखने के चांस कम ही होंगे। और अगर राहुल को भी टीम मैनेजमेंट को सही साबित करना है कि अपनी क्लास का प्रदर्शन एक बार फिर करना होगा। समय के साथ राहुल की बैटिंग में तरक्की नहीं हुई है जबकि उनकी क्षमता पर किसी को शक नहीं है। वे केवल क्रीज पर खुद को एप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह का माननाहै कि राहुल अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन के अंतिम सत्र में आक्रामक बल्लेबाजी करते तो अधिक रन बना सकते थे। वैसे भी टीम इंडिया ने सूर्यकुमार यादव को डेब्यू कराकर इस मुकाबले में अपनी आक्रामक सोच का परिचय दिया ही है।
रोहित से सबक लेना होगा
ऑस्ट्रेलिया को 177 रनों पर आउट करने के बाद, भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने पावर-हिटिंग के एक मास्टरक्लास में केवल 66 गेंदों में अपना 15वां टेस्ट अर्धशतक बनाया। रोहित 56 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन डिफेंसिव बल्लेबाजी करने वाले राहुल दिन के अंतिम ओवर में आउट हो गए जब ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर टॉड मर्फी ने अपने पहले टेस्ट विकेट को हासिल कर लिया। राहुल अपनी पारी में केवल एक चौके की मदद से 71 गेंदों पर केवल 20 रन ही बना सके।
आत्मविश्वास के लिए कुछ रन बनाएंगे
हरभजन सिंह ने अपने आधिकारिक YouTube चैनल पर बोलते हुए कहा, "केएल राहुल निराश होंगे क्योंकि वह अधिक समय ले रहे थे। मेरा माननाहै कि अगर वह आक्रामक रुख रख सकते थे तो वह और अधिक रन बना सकते थे। मुझे उम्मीद है कि दूसरी पारी में अगर उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, तो वह अपने आत्मविश्वास के लिए कुछ रन बनाएंगे।" हरभजन ने कहा कि रोहित दूसरे दिन तीन अंकों के स्कोर तक पहुंच सकते हैं, फिर भारत आसानी से 300 रन के आंकड़े को पार कर सकता है। इसके लिए रोहित को पहले सेशन में विकेट नहीं गंवाना है।
…तो आस्ट्रेलियाई टीम वापसी नहीं कर पाएगी
हरभजन का माननाहै कि अगर भारत पहली पारी में 350 का स्कोर करता है, तो आस्ट्रेलियाई टीम वापसी नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा, "अगर भारत 350 के करीब स्कोर करता है, तो मुझे नहीं लगता है कि ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 200 से अधिक का स्कोर कर पाएगा। आप इस पिच पर जितना अधिक गेंदबाजी करेंगे, उतनी ही स्पिन होगी। विकेट स्पिन करता है तो ऑस्ट्रेलिया भारत के तीन स्पिनरों के सामने आत्मसमर्पण कर देगा।"