माफिया-अपराधी के घर गिराने से पहले पेपर कागजी कार्यवाही पुख्ता हो – मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल
प्रदेश में गुंडों, माफिया और अपराधियों पर कार्यवाही के दौरान उनके घर गिराने की कार्यवाही के मामले में अब सरकार ने सतर्कता के निर्देश कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिसके भी घर गिराने की कार्यवाही की जाए उसके पेपर वर्क एक्शन के पहले कम्प्लीट होने चाहिए ताकि कोर्ट में सरकार और प्रशासन की कार्यवाही को चैलेंज नहीं किया जा सके।
गुंडों, माफियाओं से 21 हजार करोड़ से अधिक की जमीन मुक्त करा चुकी सरकार को चुनावी साल में अब अदालतों में लगने वाले प्रकरणों की चिंता सताने लगी है। इसके बाद अब इस मामले में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के लिए कहा गया है। सरकार नहीं चाहती कि किसी भी मामले में कोर्ट की टिप्पणी से सरकार के एक्शन की किरकिरी हो। इसलिए कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को जांच परख और प्रशासन के दस्तावेज मजबूत होने के बाद ही कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। सीएम चौहान ने कलेक्टर कांफ्रेंस में भी इस मसले पर कलेक्टरों से किसी तरह की गलती से बचने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि माफिया अपराधी हैं, ये किसी के सगे नहीं हैं। इसलिए जरूरी और पुख्ता कार्यवाही में कोई रियायत नहीं करना है।
नई अवैध कॉलोनी नहीं बनने पाए
जिलों में नई अवैध कालोनी नहीं बनने पाए, इसके लिए भी कलेक्टरों को ताकीद किया गया है। सरकार ने कहा है कि जो पुरानी कालोनी अवैध हैं, उन्हें वैध करने की कार्यवाही की जाना है। नई अवैध कालोनी पर जिम्मेदारी तय की जा सकती है।
जेलों में नशामुक्ति केंद्र पर सरकार लेगी निर्णय
जेलों में नशामुक्ति केंद्र खोले जाने का सुझाव प्रदेश के कुछ जिलों के कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों ने दिया है। इस पर सरकार ने कहा है कि इस सुझाव पर विचार किया जाएगा। जिलों में संचालित नशामुक्ति केंद्र प्रॉपर नहीं होने के मामले में भी सुधार की मांग की गई है।
प्रभावी कार्यवाही नहीं होने से नाराजगी
सीएम चौहान ने पिछले दिनों हुई कलेक्टर कांफ्रेंस में जिलों में मिलावट पर प्रभावी कार्यवाही नहीं होने पर नाराजगी जताई थी और कहा है कि इस मामले में रिजल्ट दिखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कलेक्टरों को राशन माफिया पर भी सख्ती करने के लिए कहा है और इसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं।
जिला अस्पतालों को परफेक्ट बनाएं कलेक्टर
पिछले दिनों हुई कलेक्टर कांफ्रेंस में कलेक्टरों से यह भी कहा गया था कि जिला अस्पतालों को परफेक्ट बनाएं। यहां दवाएं और जांच मशीनें पर्याप्त हैं पर इसका प्रचार प्रसार नहीं होने से लोग भटकते हैं। इसलिए अस्पताल में सुविधा और सेवा का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए।