छत्तीसगढ़ में पहली बार रोबोटिक सर्जरी द्वारा कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकाला गया
रायपुर
छत्तीसगढ़ के संजीवनी कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने रोबोटिक कैंसर सर्जरी सिस्टम से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर किडनी बचाने का सफल आपरेशन किया है। गौरतलब ब है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार रोबोट से आपरेशन हुआ है।
सीनियर सर्जिकल आन्कोलॉजिस्ट डॉ अर्पण चतुर्मोहता ने बताया की सर्जिकल टीम ने 61 वर्षीय महिला में अत्याधुनिक रोबोटिक एवं फ्रोजन तकनीक की सहायता से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर एक तरफ की 85 प्रतिशत किडनी एवं दूसरे तरफ की पूरी किडनी को बचा लिया।
डॉ अर्पण ने बताया की तकरीबन 5 वर्ष पूर्व उनके करीबी रिश्तेदार को ऐसे ही केस में आपरेशन के द्वारा किडनी निकलवाने की जरूरत पड़ी थी जिससे उनके जीवनचर्या में काफी तकलीफ आई। डॉ अर्पण ने उसी समय यह सोच लिया था की ऐसे अत्याधुनिक सिस्टम की जरूरत है जिससे बिना किडनी निकाले यह इलाज संभव हो। उन्होंने बताया की अब यह रोबोटिक सिस्टम एवं फ्रोजन सेक्शन की सहायता से संजीवनी में संभव है।
यह छत्तीसगढ़ राज्य और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में रोबोटिक सिस्टम का उपयोग तेजी से सामान्य होता जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में कैंसर मरीजों के परिणामों और रिकवरी समय में सुधार जारी रहेगा। इन प्रक्रियाओं में नियंत्रण बढ़ाने के लिए रोबोटिक प्रणाली के उपयोग की अनुमति दी गई, जिसके परिणामस्वरूप छोटे चीरे के कारण कम ब्लड लॉस हुआ और मरीज की प्रोसीजर से रिकवरी भी सामान्य के मुकाबले बेहतर और जल्दी हुई। सर्जरी में रोबोटिक तकनीक का उपयोग आने वाले वर्षों में तेजी से सामान्य होने की उम्मीद है, क्योंकि यह पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों की तुलना में फायदेमंद है।