डीयू में भी AAP का डंका, कार्यकारी परिषद चुनाव में ‘आप’ उम्मीदवार सीमा दास की बड़ी जीत
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) की टीचर्स विंग एएडीटीए ने दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद के चुनावों में मिली शानदार जीत के साथ अपने पहले शैक्षणिक चुनावों में अपना खाता खोल लिया है। एएडीटीए ने कार्यकारी परिषद के चुनावों के लिए हिंदू कॉलेज में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. सीमा दास को मैदान में उतारा था, जिन्होंने 3100 से अधिक मतों से जीत हासिल की है। सीमा दास पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए जीती थीं।
जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एएडीटीए के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा ने इस जीत को 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग और एसी चुनावों में हमारे उम्मीदवारों को अपने पूरे दिल से वोट और समर्थन देने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों को धन्यवाद देते हैं। डॉ. सीमा दास की जीत कार्यकारी परिषद एडहॉक के अवशोषण के मुद्दे की दिशा में काम करने के हमारे संकल्प को मजबूत करेगी और विश्वविद्यालय के घोर निजीकरण मॉडल का विरोध करेगी।
डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि हमारे कार्यकारी परिषद के उम्मीदवार आलोक रंजन पांडे, ममता चौधरी, राम किशोर यादव, सुनील कुमार और चंद्र मोहन नेगी अपने चुनावों में भी जीत के लिए निश्चिंत हैं। हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का भी आभार और धन्यवाद देते हैं। कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और 'आप' विधायक आतिशी और संजीव झा को उनके समय पर मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद।"
बता दें कि, दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद का चुनाव हर दो साल में होता है। लगभग 70 कॉलेजों के 12,000 से अधिक शिक्षकों ने 21 सदस्यीय कार्यकारी परिषद के लिए दो शिक्षक प्रतिनिधियों का चुनाव करने के लिए मतदान किया, जो विश्वविद्यालय का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है।