November 17, 2024

कौन हैं भारतवंशी समेधा सक्सेना, जिन्हें विश्व की सबसे प्रतिभाशाली छात्र होने का मिला अवार्ड

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 नई दिल्ली
 भारतीय मूल की समेधा सक्सेना को विश्व की सबसे मेधावी छात्रा होने का अवार्ड मिला है। अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (CTY) ने 8 साल की भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा समेधा सक्सेना को 'दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली' छात्रों में से एक के रूप में नामित किया है। सुमेधा ने ये सम्मान हासिल करके ना सिर्फ अपना, बल्कि पूरी दुनिया में एक बार फिर से भारतीय प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
 

 दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली छात्रा
समेधा सक्सेना, अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर में बैटरी पार्क सिटी स्कूल में ग्रेड 4 की छात्रा हैं और वो हाई स्कूल स्तर पर और कॉलेज लेवल पर कई टेस्ट्स में शानदार परफॉर्मेंस दे चुकी हैं। CTY ने दुनियाभर की मेधावी छात्र-छात्राओं की पहचान करने के लिए दुनियाभर के 76 देशों में शैक्षणिक क्षमताओं का विश्लेषण करने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया था और समेधा ने सिर्फ 9 साल की उम्र में ग्लोबल टैलेंट सर्च प्रोग्राम में क्वालिफाई कर लिया। ऐसा करने वाली वो सबसे कम उम्र की छात्राओं में से एक हैं। इससे पहले समेधा सक्सेना, SAT, ACT जैसे टेस्ट एग्जाम में भी पास कर चुकी हैं। 76 देशों में आई अव्वल विश्वविद्यालय की प्रेस रिलीज के मुताबिक, 76 देशों के छात्र-छात्राओं के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 15 हजार 300 मेधावी छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिसमें समेधा सक्सेना ने अव्वल स्थान हासिल किया। इस परीक्षा में भाग लेने वाले कुल बच्चों में से 27 प्रतिशत से कम बच्चों ने हाई स्कोर किया।

 दुनिया भर की विलक्षण प्रतिभा को पहचानने के लिए SAT, ACT, स्कूल और कॉलेज एबिलिटी टेस्ट, या CTY टैलेंट सर्च प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है और समेधा को 2022 में 8 साल की उम्र में इस कार्यक्रम के लिए क्वालिफाई करने का सम्मान हासिल किया है। डायरेक्टर ने दी बधाई CTY के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. एमी शेल्टन ने समेधा को बधाई देते हुए कहा, कि यह सम्मान 'विद्यार्थियों के सीखने के प्रति प्रेम और उनके युवा जीवन में जुटाए गये ज्ञान को सलाम करता है।"

 उन्होंने कहा, कि एक रोमांचक भविष्य बच्चों का इंतजार कर रहा है, जो अपनी क्षमता का उपयोग अपने जुनून का पालने के लिए और अपने सपने को हासिल करने के साथ साथ समाज को लाभ पहुंचाने के लिए करते हैं। वहीं, एक अन्य भारतीय-अमेरिकी छात्रा, नताशा पेरियानयागम को CTY ने लगातार दूसरे वर्ष 'दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली' छात्र के रूप में सम्मानित किया है। चेन्नई से ताल्लुक रखने वाले नताशा के माता-पिता ने कहा, कि नताशा को डूडल बनाने और जेआरआर टोल्किन के उपन्यास पढ़ने में मजा आता है। इन दोनों के अलावा नई दिल्ली के रहने वाले नौ साल के आर्यवीर कोचर भी प्रतिभाशाली छात्रों की सूची में शामिल हैं।
 

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