सूरत के बाद कच्छ में कांपी धरती, रिक्टर स्केल पर 3.7 मापी गई तीव्रता
कच्छ
गुजरात में सूरत के बाद कच्छ जिले में भी भूकंप के झटके लगे हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी गई है। इस भूकंप का केंद्र कच्छ से करीब 25 किलोमीटर बताया जा रहा है। इससे पहले देर रात सूरत में 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था।
आईएसआर के अधिकारी की मानें तो भूकंप का केंद्र सूरत से करीब 27 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में था। भूकंप के झटके देर रात 12:52 बजे महसूस किए गए। वहीं, राज्य के जिला आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप का केंद्र सतह से 5.2 किलोमीटर की गहराई में था। यह जिले में हजीरा के पास अरब सागर में स्थित था। भूकंप के कारण जान-माल का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है।
गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य में 1819, 1845, 1847, 1848, 1864, 1903, 1938, 1956 और 2001 में भूकंप की बड़ी घटनाएं देखी गई थीं। 2001 में कच्छ में आया भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था, जिसमें 13,800 से अधिक लोग मारे गए थे और 1.67 लाख घायल हुए थे।
भूकंप को लेकर हाई रिस्क जोन में है गुजरात
गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (GSDMA) के अनुसार, राज्य में भूकंप का खतरा बहुत ज्यादा है. लिहाजा गुजरात हाई रिस्क जोन में हैं. यहां साल 1819, 1845, 1847, 1848, 1864, 1903, 1938, 1956 और साल 2001 में भूकंप के काफी जबर्दस्त झटके लगे हैं. साल 2001 में गुजरात के कच्छ में आया भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था, जिसमें 13,800 से अधिक लोग मारे गए थे और 1.67 लाख घायल हुए थे.
बीते सोमवार को तुर्की में आया था भूकंप
बीते सोमवार को तुर्की में विनाशकारी भूकंप आया, जिसमें 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं. तुर्की में राहत और बचाव कार्य के लिए भारत की ओर से भी एनडीआरएफ की टीमें भेजी गई हैं, जो वहां लोगों को बचाने के साथ-साथ उनका इलाज करने में जुटी हैं. भारतीय सेना के 5 सी-17 विमानों को तुर्की भेजा गया है. इसके अलावा और भी कई सामग्री तुर्की भेजी गई है.