राष्ट्रीय मेरिट कम मीन्स छात्रवृति में प्रदर्शन के आधार पर जिलों की रैंकिंग तय
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने कलेक्टर्स को प्रोत्साहन और सुधार के लिए लिखा पत्र
भोपाल
नवम्बर 2022 में हुई राष्ट्रीय मेरिट कम मीन्स छात्रवृति परीक्षा में सफलता के आधार पर राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रदेश के जिलों की रैंकिंग निर्धारित की है। रैंकिंग में दमोह जिला सबसे ऊपर है और निवाड़ी जिला सबसे निचले पायदान पर है। जिलों के साथ ही विकासखंडों के प्रदर्शन को भी राज्य स्तर से परखा गया है। जिसके अनुसार प्रदेश में सर्वाधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रीवा जिला मुख्यालय का ''रीवा'' विकासखंड प्रथम स्थान पर और डिण्डौरी जिले का ''बजाग'' विकासखंड अंतिम स्थान पर है।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस ने बताया कि राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट छात्रवृति परीक्षा में शासकीय विद्यालयों की कक्षा 8 में अध्ययनरत विद्यार्थी सम्मिलित होते हैं और इस परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को उनकी आगे की पढ़ाई के लिए कक्षा 9 से 12वीं तक प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये छात्रवृति प्राप्त होती है। सत्र 2022-23 की यह परीक्षा 6 नवम्बर 2022 को सम्पन्न हुई थी, जिसमें इस बार मध्यप्रदेश के रिकार्ड 2 लाख 52 विद्यार्थियों के द्वारा सहभागिता की गई थी। परीक्षा के परिणाम का राज्य शिक्षा केन्द्र ने विस्तृत विश्लेषण कर जिलों और विकासखंडों की रैंकिंग निर्धारित की है, जिसमें 4 मुख्य मापदण्ड के आधार पर जिलों के आंकडों का विश्लेषण किया गया है। कुल नामांकित विद्यार्थियों के अनुपात में परीक्षा में सम्मिलित विद्यार्थियों की संख्या, परीक्षा फल का औसत स्कोर, परीक्षा फल का उत्कृष्ट स्कोर और राज्य की मेरिट सूची में प्रथम 100 में आये विद्यार्थियों की संख्या।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने बताया कि यह विश्लेषण गुणवत्ता शिक्षा के प्रयासों की एक कड़ी है। जिसके माध्यम से हम अपना मैदानी स्तर पता कर सकते हैं और जहॉ कुछ कमी है वहॉ आवश्यक सुधारात्मक पहल की जायेगी। राज्य शिक्षा केन्द्र ने रैंकिंग का विश्लेषण सभी जिला कलेक्टर्स के साथ साझा कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सहयोगियों का उत्साहवर्धन करने तथा कमजोर प्रदर्शन करने वाले मैदानी जिम्मेदार अधिकारियों को कार्य में सुधार के लिए निर्देशित करने की अपेक्षा की है।