BJP: पार्टी फंड के नाम समर्पण निधि में पारदर्शिता के लिए खत्म होगा कैश सिस्टम
भोपाल
मध्यप्रदेश भाजपा अब पार्टी फंड के नाम पर जमा की जाने वाली समर्पण निधि और अन्य दान राशि के मामले में कैश सिस्टम खत्म करने की तैयारी में है। इसी के चलते प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि से शुरू हुए समर्पण निधि अभियान में डिजिटल लेन देन की शुरुआत संगठन एप के माध्यम से की गई है। फंड का पाई-पाई का हिसाब रखने के लिए अब आने वाले दिनों में इसमें और भी पारदर्शिता रखी जाएगी।
प्रदेश भाजपा ने सभी जिला अध्यक्षों को संगठन एप में यह सुविधा दी है कि वे जिलों में आजीवन सहयोग निधि (समर्पण निधि) की राशि जमा कराने के लिए आनलाइन सुविधा का अधिकतम उपयोग करें। इसको लेकर पार्टी के फैसले के अनुरूप संगठन एप में व्यवस्था की गई है। सूत्रों के अनुसार आनलाइन पेमेंट का माइक्रो डोनेशन फार्मेट पहले भी पार्टी में प्रभावी था लेकिन अब इसे डिजिटल सिस्टम से जोड़ दिया गया है।
नई व्यवस्था के मुताबिक 2000 रुपए से अधिक और 20 हजार रुपए तक के डोनेशन पर चूंकि पैन कार्ड की जरूरत नहीं होती है। इसलिए इतनी राशि आसानी से जमा की जा सकेगी। चूंकि राजनीतिक दलों को 20 हजार रुपए से अधिक की राशि दान देने के लिए पैन कार्ड चुनाव आयोग ने अनिवार्य किया है। इसलिए जो लोग पैनकार्ड के उपयोग के जरिये 20 हजार से अधिक की राशि आनलाइन देना चाहेंगे वे भी दे सकेंगे। इसके लिए एप में आप्शन तय किए गए हैं।
जिलों में खर्च का हिसाब नहीं होगा गड़बड़
बीजेपी द्वारा पार्टी फंड के खर्च और आय को लेकर तैयार की गई इस कार्ययोजना के बाद अब जिलों में खर्च का हिसाब नहीं गड़बड़ाएगा। प्रदेश संगठन को जिलों में आने वाली राशि के बारे में जानकारी के साथ खर्च का भी पता रहेगा। कोषाध्यक्षों को इसी के चलते पिछले दो माह में बैठक बुलाकर समझाईश दी गई है कि कैसे लेजर मेंटेन करना है और खर्च का हिसाब किस तरह से आनलाइन करना है। संगठन ने जिलों में कार्यालयीन खर्च के लिए भी व्यवस्था तय की है।
समर्पण निधि भी होगी जमा
पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन बताते हैं कि पहले से ही पार्टी फंड की राशि का हिसाब रखने की व्यवस्था है लेकिन अब इसे और मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। इससे और भी अधिक पारदर्शिता आएगी और लोगों द्वारा दी गई राशि का हिसाब भी आनलाइन मौजूद रहेगा। समर्पण निधि की राशि इसी व्यवस्था से अधिकाधिक जमा कराने के लिए कहा गया है और इसकी शुरुआत राजधानी में लालघाटी पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के मौके पर एप की लांचिंग के साथ कर दी गई है।
चेक से पेमेंट कम से कम लेने की तैयारी
बताया गया कि चूंकि डिजिटल पेमेंट मोड को बढ़ावा देने की तैयारी है, इसलिए चेक के माध्यम से कम से कम फंड लेने को कहा गया है लेकिन अभी इसे पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है। पार्टी के नाम पर दिए गए चेक के क्लियर होने पर इसकी जानकारी सीधे संगठन एप में आ जाएगी। पार्टी ने पांच रुपए से लेकर अनलिमिटेड दान राशि देने की व्यवस्था कर रखी है।