कनाडा में राम मंदिर पर लिखे भारत विरोधी नारे, दूतावास ने की कार्रवाई की मांग
कनाडा
कनाडा के मिसिसॉगा में में राम मंदिर पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं। इससे करीब दो सप्ताह पहले गौरी शंकर मंदिर पर भी ऐसा ही नारेबाजी लिखी गई थी। टोरंटो स्थिति भारतीय दूतावास ने इसकी निंदा की है। साथ ही कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ बिना देरी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। दूतावास ने ट्वीट कर कहा, "हम मिसिसॉगा में राम मंदिर पर भारत विरोधी नारे लिखने की कड़ी निंदा करते हैं। हमने कनाडा के अधिकारियों से इस घटना की जांच करने और अपराधियों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।"
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि कनाडा में किसी हिंदू मंदिर को भारत विरोधी नारेबाजी के लिए निशाना बनाया गया हो। इससे पहले कनाडा में ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया था। भारतीय समुदाय के लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था।
दूतावास ने गौरी शंकर मंदिर में हुई तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा था कि इससे कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। दूतावास ने एक बयान में कहा था, "हम भारतीय विरासत के प्रतीक ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर भारत विरोधी नारे लिखने की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। इस घटना ने कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है।"
ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने भी तोड़फोड़ की निंदा की। कनाडा के अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं। ब्रैम्पटन मेयर ने ट्वीट कर कहा, "इस घृणित कार्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है।" ब्रैम्पटन के मेयर ने कहा, "हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है।" इससे पहले सितंबर 2022 में कनाडा में स्वामीनारायण मंदिर को खालिस्तानी चरमपंथियों के द्वारा भारत विरोधी नारेबाजी के लिए निशाना बनाया गया था।