नशा मुक्ति केंद्र में कराया भर्ती, ठीक होने की बजाय आई मौत की खबर
नरसिंहपुर
नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव थाना अंतर्गत ग्राम सिमरिया से नशा मुक्ति केंद्र जबलपुर में भर्ती कराए गए युवक की संदिग्ध रूप से मौत कटनी शाखा में हो गई है।
जिसके बाद युवक का शव एंबुलेंस से घर पहुंचने पर खलबली मच गई। स्वजन ने युवक की साजिशन हत्या करने का आरोप लगाया है। क्योंकि छह माह पूर्व उसे जबलपुर के केंद्र और वहां से विगत दो माह पूर्व कटनी के नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कर दिया गया था। इस मामले के बाद नशामुक्ति केंद्र की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं जिसे लेकर मामला संदिग्ध होता जा रहा है। इस मामले में गोटेगांव थाना में शून्य पर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। युवक का पोस्टमार्टम गोटेगांव में किया गया है जिसकी रिपोर्ट तीन दिन बाद आएगी। इसके साथ ही फारेंसिक जांच भी की जा रही है जिसकी रिपोर्ट एक माह बाद आएगी। इस आधार पर आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी।
यह है मामला
मामला गोटेगांव नगर से सटे देहात क्षेत्र के सिमरिया का है जहां के निवासी भूपेन्द्र नौरेजिया पिता मुन्नूलाल नौरेजिया उम्र 35 वर्ष को गांजा और स्मैक के नशे का आदी होने के चलते उसे जबलपुर स्थित रेवा नशा मुक्ति केंद्र में छह माह पहले भर्ती कराया गया था। जहां से चार माह भर्ती पश्चात विगत दो माह पूर्व रेवा नशा मुक्ति केंद्र की दूसरी संस्था कटनी में भर्ती करा दिया गया था। जहां से मंगलवार को रात 11 बजे मृतक के घर भाई खुमान सिंह नौरेजिया के पास फोन आया और कहा गया कि आपका भाई भूपेंद्र खत्म हो गया है। बताया गया कि उसने कल शाम को खाना खाया और सो गया तब, हम लोगों ने उठाने की कोशिश की तो कोई नहीं उठा इसके बाद हम लोगों ने डाक्टर से जांच कराया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद एंबुलेंस से भूपेंद्र का घर पहुंचाया जा रहा है। यह कहकर फोन कट कर दिया गया। जिसके बाद सुबह चार बजे भूपेंद्र को एंबुलेंस से लाया गया।
स्वजनों ने केंद्र में मारपीट का लगाया आरोप
जैसे ही शव स्वजनों के पास पहुंचा तो गांव में शोक फैल गया। स्वजनों का आरोप है कि भूपेंद्र के साथ मारपीट की गई और उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना स्वजनों ने पुलिस की डायल हंड्रेड को दी। जिसके बाद पुलिस ने शव अस्पताल लेकर जाने कहा जिसके बाद गोटेगांव पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच की जा रही है। मामले में स्वजनों का आरोप है कि शरीर में चोट के निशान होने के कारण उसके साथ मारपीट हुई है जिसके कारण उसकी मौत हुई। वहीं संस्था के लोगों का कहना है कि मौत के बाद कटनी के अस्पताल ले जाया गया था जहां डाक्टरों ने हृदयगति रुकने से मौत बताकर उसे मृत घोषित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि मृतक भूपेंद्र नौरेजिया का विवाह 2013 में हुआ था लेकिन मानसिक अस्वस्थ्य और नशा के कारण छह साल में ही पत्नी से तलाक हो गया था। घर में उसके तीन भाई और मां हैं।