क्या वाकई में बांग्लादेशी खिलाड़ी को स्पॉट फिक्सिंग के लिए कहा गया था? जानिए सच्चाई
नई दिल्ली
बुधवार 15 फरवरी को क्रिकेट जगत में उस समय भूचाल आ गया, जब बांग्लादेश के लिए वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2023 खेल रही एक खिलाड़ी ने स्पॉट फिक्सिंग के लिए आए ऑफर का खुलासा किया है। ऐसा किसी और ने नहीं, बल्कि उन्हीं की एक साथी खिलाड़ी ने किया था। बांग्लादेश की क्रिकेटर शोहेली अख्तर पर आरोप था कि उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप खेल रही लता मंडल को स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए कहा था। हालांकि, अब शोहेली ने बताया है कि ये सब मिसकम्यूनिकेशन के कारण हुआ।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीबी और खुद लता मंडल ने इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्शन एंड सिक्योरिटी यूनिट (ACSU) को दी है। इस बीच क्रिकबज से बात करते हुए शोहेली अख्तर ने स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि ये मिसकम्यूनिकेशन है। एक शख्स को चैलेंज देने के चक्कर में ऐसा हुआ है। उनका कहना है कि उन्होंने एक संदिग्ध सट्टेबाज को ये साबित करने के लिए लता मंडल को ऑफर किया था कि नेशनल प्लेयर्स किसी भी कीमत पर फिक्सिंग नहीं कर सकते।
2 वनडे और 13 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने वाली शोहेली अख्तर ने बताया कि मुझे इस बात की जानकारी है कि मेरे ऊपर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि पूरा माजरा क्या है? उन्होंने कहा, "कल जमुना टीवी(बांग्लादेशी मीडिया) ने मुझे फोन किया और मैंने बताया कि सच क्या है, लेकिन जैसे ही उन्होंने मेरे शब्द काटे तो यह समझाना मुश्किल हो गया कि मैं क्या कहना चाह रही थी। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं किसी खिलाड़ी और सट्टेबाज से संपर्क कर सकती हूं, तो मैंने कहा नहीं। उन्होंने बाद में कहा कि उन्होंने शाकिब अल हसन के फिक्सिंग मुद्दे (एसीयू को सूचित नहीं करने) का खुलासा किया है।"
शोहेली ने आगे बताया, "उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैंने किसी राष्ट्रीय क्रिकेटर से संपर्क किया है और मैंने हां कहा। दो दिन पहले, मैं एक फेसबुक मित्र से मिली और उसने मुझसे कहा, 'अपू तुम एशिया कप में श्रीलंका से हार गए और फिर (यहां), तुम विश्व कप में श्रीलंका से हार गए। मुझे लगता है कि आपके खिलाड़ी फिक्सिंग में शामिल हैं। खासकर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज, जो रन नहीं बना पाते। यहां तक कि गेंदबाज वाइड बॉलिंग के जरिए फिक्सिंग कर रहे हैं।' मैंने उनसे कहा, 'देखिए, हमारे खिलाड़ी ऐसी चीजें नहीं करते हैं। हर मैच जीतना हमारे लिए मायने रखता है क्योंकि हम अक्सर बहुत अधिक मैच नहीं जीतते हैं। अगर आप मुझसे (फिक्सिंग करने के लिए) कहते हैं, तो मैं निश्चित रूप से नहीं कहूंगी और मैं अपने देश के साथ विश्वासघात नहीं करूंगी।"
"हमारे बीच बहुत गर्मागर्म बहस हुई और एक समय तो मैं उत्तेजित हो गई। मैंने उनसे कहा कि आप कितना भी प्रस्ताव दें, कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा। बाद में मैंने उनसे कहा कि अगर आपको कोई सबूत चाहिए तो मैं दे सकती हूं। 'मुझे एक खिलाड़ी से पूछने दो और वह तुरंत इससे इनकार कर देगी। क्या आप वह देखना चाहते हैं?' और वह मेरी सबसे बड़ी गलती थी – उसके साथ बहस करना और उस तरह से आगे बढ़ना।" शोहेली का कहना है कि तथाकथित सट्टेबाज को गलत साबित करने के चक्कर में उनसे गलती हो गई।
उन्होंने बताया, "मैं सिर्फ यह साबित करना (बांग्लादेशी खिलाड़ी फिक्सिंग नहीं कर सकते) चाहती थी और लता ने एसीएसयू को सूचित किया। पहले तो मैंने ऐसा करके गलती की और अब लता द्वारा एसीएसयू को सूचित करने के बाद मामला पेचीदा हो गया। ऐसा लगता है कि मैंने फिक्सिंग के लिए उनसे संपर्क किया है।" आकाश नाम के शख्स को लेकर उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझसे पूछा कि मैंने किससे बात की है। मैंने उन्हें बताया कि वह आकाश नाम का फेसबुक फ्रेंड है। मैंने उन्हें सच बता दिया। वह बांग्लादेशी है और ढाका में कहीं रहता है। उसने मुझे मीरपुर में मिलने के लिए कहा, और चूंकि मैं फ्री थी तो मैंने हामी भर दी। जब उसने मुझे बताया कि वह मीरपुर में है, तो मैंने उसे सोनी सिनेमा हॉल के सामने आने और मेरे साथ चाय पीने को कहा।"
रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि शोहेली अख्तर का कोई भाई सट्टेबाज है तो उन्होंने इस पर कहा, "नहीं, मूल रूप से मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या कहूं और कैसे (लता) से संपर्क करूं और उस समय, उसने (आकाश) मुझसे इस तरह से बात करने के लिए कहा कि वह मुझ पर भरोसा करे। बाद में उसने मुझे यह कहने के लिए कहा कि मेरा एक भाई सट्टेबाजी में शामिल है, और अब जब ऑफर अच्छा है, तो क्या वह दिलचस्पी लेगी (स्पॉट फिक्स करने के लिए)। उस समय, मैंने उससे कहा कि वह मना कर देगी, लेकिन मैंने वही किया जो उसने मुझे करने के लिए कहा था।"