‘शिव शास्त्री बलबोआ’ में दिखाई देंगी नरगिस फाखरी
नरगिस फाखरी जल्द ही फिल्म फिल्म 'शिव शास्त्री बलबोआ' में दिखाई देंगी। उन्होंने जब मैंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तब इससे जुड़ने के लिए बहुत ज्यादा एक्साइटेड थी क्योंकि मुझे इसकी कहानी काफी अलग और रियल लगी। ये कहानी जितनी ओरिजिनल है उतनी ही रिलेटेबल भी। कहीं-न-कहीं मानो लगता है कि जैसे ये मेरी ही कहानी है जिसमें मेरे अलावा मेरे फ्रेंड्स और फैमिली मेंबर्स हैं। सिया का किरदार बड़ा ही बबली, ब्रेव और हमेशा खुश रहने वाला है जोकि आधी इंडियन और आधी अमेरिकन हैं। साथ ही मेरे पार्टनर (शारीब हाशमी) बहुत ही क्यूट हैं। हम दोनों की पर्सनालिटी पूरी तरह से एक दूसरे से अपोजिट हैं। अनुपम सर और नीना गुप्ता के साथ शुरूआत में काफी नर्वस थी, वो काफी सीनियर जो हैं। हालांकि कुछ दिनों बाद, उनके साथ कम्फर्टेबल हो गई। दरअसल, मैंने टीम ने थोड़ी देरी से एंट्री की तो जब तक मेरा शूटिंग पार्ट शुरू हुआ तब तक दूसरे एक्टर्स एक दूसरे को जान चुके थे। हालांकि मुझे बहुत खुशी है की मुझे इन दोनों के साथ काम करने का मौका मिला क्योंकि दोनों ही बहुत अच्छे और हेल्प फुल एक्टर हैं। मैंने अनुपम सर के साथ 'मैं तेरा हीरो' में काम कर चुकी हूं। सिर्फ काम के दौरान ही नहीं बल्कि वो रियल लाइफ में भी अच्छी सलाह देते हैं। ओटीटी पर ज्यादा एक्स्प्लोर करना चाहती हूं, मुझे पर्सनली हॉरर फिल्में देखना बहुत पसंद है लेकिन, इंडिया में इतनी हॉरर फिल्में बनती नहीं। मौका मिला तो किसी हॉरर फिल्म का हिस्सा बनना चाहूंगी। इसी के साथ मुझे एक्शन फिल्म करने की भी ख्वाहिश है। सच कहूं तो मुझे लगता है की एक्टिंग ही एक ऐसा जॉब है जिसमें आपको अलग-अलग तरह का रोल निभाने का मौका देता है। इससे बड़ी बात क्या हो सकती है साथ ही, मैंने साउथ की फिल्म 'यशोदा' देखी जो मुझे बहुत अच्छी लगी। अगर कभी उस फिल्म का रीमेक बनता है, तो मैं वो (सामंथा प्रभु) का किरदार निभाना चाहती हूं। मुझे लगता है की ऐसी कई रियल स्टोरीज हैं जिसे हम फिल्मों के जरिए लोगों तक पहुंचा सकते हैं। मुझे हेल्थ और फिटनेस में बहुत दिलचस्पी हैं। कई बार सोचती हूं की फिर से स्कूल जा कर डॉक्टर बनू, हर कोई मेरी ये बात सुनकर हंसता है। वो मुझे सलाह देते हैं की इतने पैसे खर्च करके डॉक्टर बनने की बजाय क्यों ना तुम शो करो जिसमें तुम्हें डॉक्टर का रोल मिल जाए। सच कहूं तो मुझे बहुत सारी बिमारी के बारे में जानकारी है। डॉक्टर बनना मेरा एक सपना है। जब भी मौका मिलता है मैं हेल्थ के बारे में बहुत कुछ पढ़ती रहती हूं। कुछ साल पहले, मैंने अपने बारे में पढ़ा था की मैं किसी को डेट कर रही हूं और मैं इंडिया शिफ्ट हो गई और मेरी मम्मी भी यहां आई हैं। हालांकि सच्चाई ये थी की उस वक्त मेरी मम्मी कभी इंडिया नहीं आई थी और मैं उस इंसान से सिर्फ एक बार ही मिली थी। और मेरे बारे में लिखा जा रहा था की मैं उसे डेट कर रही हूँ। लोग मुझे मैसेज कर रहे थे की आपकी मम्मी यहां आई हुई हैं, मुझे वाकई में समझ नहीं आ रहा था की हो क्या रहा हैं। ऐसा नहीं हैं की डेटिंग अफवाहों से मुझे कोई परेशानी थी बस उस वक्त ये एहसास होता था की लोग सिर्फ मेरे पर्सनल लाइफ पर फोकस कर रहे हैं और ना कि मेरे काम पर।