5.50 लाख का एक्सटॉर्शन वसूलने वाले आरक्षकों का सुराग नहीं
भोपाल
कोलार थाना के दो पुलिस आरक्षकों व उनके दो अन्य साथियों द्वारा क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर सोना व मसाला कारोबारी को अगवा कर बंधक बनाकर एनकाउंटर करने का डर दिखाकर 5.50 लाख की एक्सटॉर्शन मनी वसूलने वाले आरक्षकों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। आरोपी आरक्षक घटना के बाद ही अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर हैं, जबकि उनके दोनों साथी कौन है। इस बात का भी खुलासा नहीं हो सका है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। अब पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपी आरक्षकों व उनके साथियों की तलाश कर रही है।
पुलिस इस मामले में घटना वाले दिन की सीसीटीवी फुटेज निकाल रही है। जिससे पूरी वारदात और उसमें शामिल आरोपी आरक्षकों के साथियों की पहचान हो सके। कोलार रोड निवासी गौरव जैन मसाला कोराबारी से एक करोड़ की मांग कर एनकाउंटर करने की धमकी देकर 5.50 लाख की वसूली करने वाले सस्पेंड आरक्षक देवेन्द्र श्रीवास्तव, आरक्षक रोहित शर्मा का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। आरोपियों आरक्षकों को आखरी बार 14 फरवरी को थाने पर देखा गया। इसके बाद से दोनों गायब हैं। पुलिस की अलग-अलग टीमें मामले की जांच कर आरोपी आरक्षकों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
दोनों आरोपी आरक्षकों व उनके साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। अभी यह कहना मुश्किल है कि आरोपी आरक्षकों के दो अन्य साथी इंदौर से आए पुलिसकर्मी थे या फिर भोपाल क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मी। यह तो आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही पता चलेगा।
महावीर मुजाल्दे, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-4 भोपाल