भारत ने चीन-पाकिस्तान सीमा के लिए लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली को बनाया नया कमांडर
- -दोनों देशों की उच्च ऊंचाई वाली पहाड़ी सीमा क्षेत्र की देखभाल करती है 'फायर एंड फ्यूरी' कॉर्प्स
- -भारतीय सेना में बड़े पैमाने पर फेरबदल, अब वाइस चीफ होंगे लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार
नई दिल्ली
चीन से तनाव के बीच लद्दाख में भारत ने अपना कमांडर बदल दिया है। चीन और पाकिस्तान दोनों सीमाओं की देखभाल करने वाली लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के नए कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा भारतीय सेना में बड़े पैमाने पर आंतरिक फेरबदल किया गया है। कई बड़े पदों में बदलाव किये जाने के क्रम में लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार को भारतीय सेना का नया उप-प्रमुख नियुक्त किया गया है।
लद्दाख सेक्टर में कारगिल सेक्टर और पूर्वी लद्दाख सेक्टर दोनों शामिल हैं, जहां पिछले दो दशकों में काफी आक्रामकता देखने को मिली है। लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स चीन और पाकिस्तान के साथ उच्च ऊंचाई वाली पहाड़ी सीमा की देखभाल के लिए जिम्मेदार है। इस कॉर्प्स के पास सियाचिन क्षेत्र की भी जिम्मेदारी है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा और सबसे ठंडा युद्धक्षेत्र है। सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन लम्बे समय से सैन्य गतिरोध की स्थिति में हैं। लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली को लेह, लद्दाख में मुख्यालय ''फायर एंड फ्यूरी'' कोर के अगले कोर कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया है।
सेना में किये गए आंतरिक फेरबदल में मौजूदा उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के कमांडर के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है। बीएस राजू लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर का स्थान लेंगे, जो 28 फरवरी को दक्षिण पश्चिमी सेना कमान के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल राजू का सेना के उप-प्रमुख के रूप में कार्यकाल केवल 10 महीने का था। जनरल मनोज पांडे के सेना प्रमुख बनने के बाद उन्होंने पिछले साल एक मई को उप-प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था। बीएस राजू की जगह पर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार को भारतीय सेना का नया उप-प्रमुख नियुक्त किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार मौजूदा समय में सेना के उप-प्रमुख (रणनीति) हैं। इससे पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर में व्हाइट नाइट कोर के कमांडर सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी संभाली है। जनरल कुमार को जून, 1985 में असम रेजिमेंट में कमीशन मिला था। इसके बाद उन्होंने 59 राष्ट्रीय राइफल्स (असम रेजिमेंट), इन्फैंट्री ब्रिगेड के साथ पाकिस्तान सीमा पर इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के थल सेना मुख्यालय में मिलिट्री इंटेलिजेंस के डायरेक्टर, अतिरिक्त महानिदेशक समेत कई अहम स्टाफ नियुक्तियों में जिम्मेदारी संभाली है। साल 2021 में उन्होंने असम रेजिमेंट और अरुणाचल स्काउट्स रेजिमेंट कर्नल ऑफ द रेजिमेंट की जिम्मेदारी भी संभाली है।
इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल एनएसआर सुब्रमणि को सेना के कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया है। वह लखनऊ में सेना की मध्य कमान के नए कमांडर होंगे। वह वर्तमान में उत्तरी कमान में चीफ ऑफ स्टाफ हैं। सुब्रमणी इन्फैंट्री अधिकारी हैं और एक सख्त टास्क मास्टर के रूप में जाने जाते हैं। मध्य कमान के पास उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा की देखभाल करने की जिम्मेदारी है।