कम्प्यूटर सिस्टम और वीक्षक योग्य नहीं होने से परीक्षा का सिस्टम फेल
भोपाल
मप्र कर्मचारी चयन मंडल कर्मचारियों की भर्ती करने के लिए ग्रुप-2 की ऑनलाइन परीक्षाएं ले चुका है। इसमें इंजीनियरिंग कॉलेजों को एग्जाम सेंटर बनाया है। जहां उम्मीदवारों को परीक्षाएं देने में काफी परेशानी उठानी पड़ी है। कम्प्यूटर सिस्टम और उनके वीक्षक योग्य नहीं होने से परीक्षा का सिस्टम फेल रहा है। अगले सप्ताह से पुलिस विभाग की सहायक आरक्षक की भर्ती परीक्षा शुरू हो रही है। इसमें भी इसी प्रकार की सिस्टम रहेगा, जिसे लेकर पर्यवेक्षकों ने चयन मंडल ने आपत्ति दर्ज करा दी है। प्रदेश के कॉलेज में चयन मंडल की आॅनलाइन परीक्षाएं कराई जा रही हैं। परीक्षा में लगाए गए वीक्षकों को कम्प्यूटर तक का ज्ञान नहीं हैं। जबकि परीक्षा में वीक्षक बनने के लिए स्नातक की डिग्री होना जरूरी होता है, लेकिन केंद्र पर 12वीं उत्तीर्ण व्यक्तियों को शामिल किया गया है।
उम्मीदवारों को एग्जाम के दौरान कोई परेशानी आती है, तो वे उसका निराकरण नहीं कर रहे हैं। इसकी शिकायत चयन मंडल तक पहुंच गई है। उनका कहना है वीक्षकों को माउस पकड़ना तक नहीं आता है। उन्हें कम्प्यूटर का कोई ज्ञान नहीं हैं। परीक्षा के दौरान उन्हें कोई समस्याए आती है, तो पर्यवेक्षक को परीक्षा हाल तक आना होता है। चयन मंडल के पास शिकायत पहुंच जरुर गई है, लेकिन चयन मंडल अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं कर सका है। इससे अगले सप्ताह से शुरू होने वाली परीक्षा भी बिगड़ सकती है। इसके बाद चयन मंडल को एक मार्च संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा और 15 मार्च से पटवारी की परीक्षा लेना शुरू करना है।
400 की जगह 200 मिलता है मानदेय
चयन मंडल ने मैन पॉवर का ठेका क्रप्लेट और इस्दत कंपनी को दिया है। कंपनी योग्य व्यक्तियों की जगह अयोग्य को नियुक्त किए हुए है। इसकी वजह उन्हें दिए जाने वाला मानदेय है। ऐसा बताया कि उन्हें 200 रुपए देकर एक पाली का कार्य लिया जा रहा है। जबकि कलेक्ट्रेड रेड 400 रुपए प्रतिदिन है। केंद्रों मिली जानकारी के मुताबिक पर्यवेक्षकों ने चयन मंडल में आपत्ति दर्ज कराई है।