अब संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी, सरकार में भी दिख सकते नए चेहरे; BJP ने बनाया नया प्लान
नई दिल्ली
बीते सप्ताह राज्यपालों के बड़े बदलाव और फेरबदल के बाद अब भाजपा संगठन के साथ केंद्र सरकार में भी जरूरी फेरबदल की संभावनाएं हैं। भाजपा की 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के तहत कई स्तरों पर काम किया जा रहा है, जिनमें बदलाव और फरेबदल में नए चेहरों को उभारना और देश के व्यापक क्षेत्र में जनता में निचले स्तर तक पहुंच बनाना शामिल है। साथ ही सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
देश की राजनीति चुनावी मोड में आ चुकी है और सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक रणनीति के ताने बाने बुने जा रहे हैं। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने भी अपने जमीनी अभियान के साथ सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से रणनीति को आकार देना शुरू कर दिया है। अब चूंकि चुनाव को केवल एक साल ही बचा है इसलिए केंद्र सरकार में भी जरूरी फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। बीते सप्ताह राज्यपालों के स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया था। जिसमें 12 राज्यों के राज्यपाल और एक उपराज्यपाल बदले गए थे। इनमें छह नए राज्यपाल बनाए गए थे और सात राज्यपाल और उप राज्यपालों के तबादले किए गए थे।
सूत्रों के अनुसार इस माह के अंत तक भाजपा में कुछ और बड़े बदलाव किए जा सकते हैं, जिसमें सरकार और संगठन दोनों के प्रभावित होने की संभावना है। कुछ राज्यों में भी बदलाव की संभावना जताई जा रही है। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि संगठन के स्तर पर धीरे धीरे कर बदलाव हो रहे हैं, जिस राज्य में बदलाव की जरूरत है, वह किए जाएंगे। इसके अलावा चुनाव वाले राज्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है, क्योकि दिसंबर में होने वाले चुनाव लोकसभा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होंगे।
संगठन में बड़ा फेरबदल तभी किया जा सकता है, जबकि केंद्र सरकार में बड़ा बदलाव हो। इस बारें में भाजपा की शीर्ष नेतृत्व के जल्द फैसला लेने की संभावना है। इसे देखते हुए फरवरी के आखिरी सप्ताह में दिल्ली में सांसदों का ज्यादा जमावड़ा हो सकता है। वैसे भी विभिन्न स्थायी समिति की बैठकों के चलते अधिकांश सांसद दिल्ली में हैं। भाजपा का जोर केंद्र सरकार की उपलब्धियों खासकर बजट को जनता के बीच ले जाने पर ज्यादा है। पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने शुक्रवार को पार्टी सांसदों के साथ वर्चुअल बैठक में इस पर ज्यादा जोर भी दिया है।