भाड़े पर उठाए थे 30,000 लड़ाके? जंग में हुए शहीद; अमेरिका ने खोली रूस की पोल
रूस
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध धीरे-धीरे और भी खतरनाक होता जा रहा है। रूस अपनी मिसाइले लगातार दागे जा रहा है, मगर यूक्रेन घुटने टेकने को तैयार नहीं। लगभग एक साल से चल रहे युद्ध में दोनों देशों की तरफ से कई सैनिकों की जान चली गई। अमेरिका का दावा है कि रूस के वैगनर की सेना के 30,000 से अधिक लड़ाकों की जान चली गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने दावा किया कि भाड़े के लड़ाके डोनबास (पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र) में हुए युद्ध में मारे गए।
यूएस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि 30,000 वैगनर में 9,000 लड़ाके सीधी कार्रवाई में मारे गए। बाकी को गंभीर चोटें और तकलीफों का सामना करना पड़ा। किर्बी का दावा है कि अकेले दिसंबर की लड़ाई में वैगनर के 90 प्रतिशत से अधिक लड़ाकों ने अपनी जान गंवाई। यूक्रेन के शहर सोलेदार पर कब्जा करने के दौरान ये लड़ाके डोनबास क्षेत्र में सक्रिय मास्को समर्थक मिलिशिया ग्रुप्स के सपोर्ट में भेजे गए थे।
कुछ दिन पहले, एक ब्रिटिश खुफिया रिपोर्ट में कहा गया था कि यूक्रेन युद्ध में 2,00,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए हैं। 24 फरवरी, 2022 को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य अभियानों की घोषणा की। अगले शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति युद्ध की बरसी पर यूक्रेन जाएंगे। व्हाइट हाउस के सूत्रों के मुताबिक, वहां वह नाटो सदस्य देशों को यूक्रेन की मदद के लिए धन्यवाद पेश करेंगे, और मौजूदा हालातों का जायजा भी लेंगे।