एक मार्च से बिलासपुर दूध के दाम में पांच रुपये बढ़ोतरी,जिला दुग्ध उत्पादक संघ ने बैठक में लिया निर्णय
बिलासपुर
न्यायधानी में पैकेट दूध के दाम बढ़ने के बाद अब खुले बाजार में भी दूध की कीमत बढ़ने वाली है। जिला दुग्ध उत्पादक संघ ने प्रति लीटर दूध के दाम में पांच रुपये बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। एक मार्च से यह प्रभावशील हो जाएगा। जिसका असर दूध से बने मिठाई, खोवा, खीर व पनीर पर पड़ेगा। होटल-रेस्टारेंट में इनके दाम बढ़ जाएंगे।
बिलासपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ की महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि एक मार्च, से प्रति लीटर दूध के दाम में वृद्धि की जाएगी। डेयरी संचालकों का मानना है कि वर्तमान समय में गाय-भैंस सहित पशुओं को खिलाने वाले चारा और दवाइयों की कीमतों में बढ़ोतरी होने से इसका असर दुग्ध उत्पादकों को उठाना पड़ रहा है। आर्थिक स्थिति डावांडोल है।
ऐसे में संघ को मजबूर होकर वृद्धि का फैसला लेना पड़ा है। इधर दूध के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर होटल और रेस्टोरेंट सहित छोटे दुकानों में बिकने वाले लस्सी, छाछ, दही सहित मिठाई, खोबा, पनीर और खीर पर पड़ेगा। इनके भी दाम बढ़ जाएंगे। जिसके लिए ग्राहकों को अधिक राशि खर्च करनी पड़ेगी।
दूध उत्पादों के भाव पर एक नजर
विवरण
भाव गाय का दूध 50 रुपये
भैंस का दूध 60 रुपये
दही सादा 90 से 100 रुपये
दही खट्टा 60 से 80 रुपये
पनीर 320 से 350 रुपये
खोवा 300 से 320 रुपये
घी 800 से 1000 रुपये
शहर में दूध की खपत कम
दुग्ध संघ के सदस्यों का यह भी कहना है कि बार-बार दूध के दाम में वृद्धि होने से इसकी खपत पर असर पड़ रहा है। बिलासपुर में पहले 50 हजार लीटर प्रतिदिन दूध की खपत होती थी जो घटकर 22 हजार लीटर में आ गई है। इसका प्रमुख कारण पैकेट वाली दूध की कीमत पिछले एक साल में 10 रुपये तक बढ़ोत्तरी करना है। फरवरी 2022 तक 22.50 रुपये में मिल रहा दूध अब 27 रुपये आधा लीटर हो चुका है। इधर मांग घटने से शहर में कई पैकेट बंद दूध बेचने वाली कंपनियों ने अपना व्यापार समेट लिया है।
एक साल में छह बार वृद्धि
दुग्ध संघ का दावा है कि दूध के बिजनेस से जुड़े प्राइवेट कंपनियों एवं सरकारी समितियों ने बीते एक साल में छह बार किमतें बढ़ाई है, लेकिन दुग्ध संघ ने कभी जनहित में कभी कोई वृद्धि नहीं किया अब पानी सिर से ऊपर बहने लगा है। जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बता दें कि शहर में दूध के दाम बढ़ने की खबर के साथ लोगों में खलबली मच गई।
त्योहारी सीजन में लगेगा झटका
दूध के दाम बढ़ने से त्योहारी सीजन में असर पड़ेगा। आगे होली पर्व है। जिसमें बाद हनुमान जयंती, रामनवमी सहित कई अन्य पर्व है। इसके अलावा मई और जून में शादियों के लिए सबसे अधिक मुहुर्त है। शादी-पार्टी में दूध से बने मिठाइयों पर इसका असर पड़ेगा। शादी घरवालों को खानपान में अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ सकती है।