कांग्रेस का 85वां अधिवेशन:नहीं होगा CWC का चुनाव, खड़गे को सदस्य नॉमिनेट करने का अधिकार
रायपुर
स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में तय हुआ है कि, CWC का चुनाव नहीं होगा, और कांग्रेस अध्यक्ष को सदस्य नॉमिनेट करने का अधिकार सर्वसहमति से दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के संविधान में संशोधन पर विचार होगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। सचिन पायलट ने कहा कि, 2024 तक कैसे NDA को पराजित कर पाएंगे, उस पर बहुत सारी चर्चाएं होंगी। शाम 4 बजे सब्जेक्ट कमेटी की बैठक होगी। जहां 6 प्रस्तावों पर चर्चा होगी। प्रियंका गांधी शनिवार को पहुंचेंगीं। ऐसा बताया जा रहा है, हालांकि चर्चा यह भी है कि प्रियंका महाधिवेशन में शामिल नहीं होंगी।
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में बोले खड़गे
ये अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि आज से करीब 100 साल पहले 1924 में महात्मा गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। तब यह महाधिवेशन मेरे गृह राज्य कनार्टक में बेलगांव में हुआ था। उन्होंने कम समय में कांग्रेस को गरीब कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों को एक साथ जोड़कर एक आंदोलन बना दिया था। 100 साल बाद उसी संकल्प की जरूरत है। ये उनके प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम फैसले हुए हैं। जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा। कुछ अधिवेशन मील के पत्थर बने। राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जो ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलाई है, उस जोश को हमें बनाए रखना है।
हाल ही में दो फाड़ हुई शिवसेना के हश्र से सचेत कांग्रेस आज से रायपुर में आयोजित राष्टÑीय अधिवेशन में पार्टी के संविधान में संशोधन कर सकती है। पार्टी को सभी लीगल इश्यु पर सुरक्षित करने संशोधन के प्रस्ताव अंबिका सोनी पेश कर सकती है। आज से रायपुर में शुरू हो रहे कांग्रेस के राष्टÑीय अधिवेशन में पहले दिन कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक होने जा रही। इसमें एक बड़ा मुद्दा डिसकस होना है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी में केवल चुनाव से एंट्री मिलेगी अथवा पदेन एंट्री भी होगी। इसके अलावा अन्य कमेटियों की भी बैठक आज हो रही है। इसके बाद शनिवार को सभी समितियां अपने-अपने प्रस्ताव रखेगी।
अधिवेशन का सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव पार्टी संविधान में संशोधन हो सकता है। माना जा रहा है कि पार्टी संविधान में ऐसे संशोधन किए जाएंगे जिससे लीगल और लीडरशिप ग्रिप के मामले में पार्टी सुरक्षित रहे। संविधान में संशोधन कर पार्टी के सभी पूर्व अध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों को सीडब्ल्यूसी (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) का आजीवन सदस्य बनाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की जगह पक्की हो जाएगी। हालांकि, इन पदों पर नहीं रहने के चलते प्रियंका गांधी की स्थायी सदस्यता पर सवाल है। संभावनाएं हैं कि उहउ में जगह पाने के लिए उन्हें चुनाव लड़ना पड़ सकता है। सीडब्ल्यूसी कांग्रेस में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च कमेटी हैं। इसके अलावा इसमें ऐसे भी कई संशोधन किए जा सकते कि जिससे पार्टी के नेता गुट बना कर एक साथ सामान्तर कांग्रेस का नाम नहीं दे सकें। समझा जा रहा है यह रणनीति शिवसेना की वर्तमान स्थिति को देखकर बनाई जा रही है। कांग्रेस संविधान को संशोधित कर अंदर से अपनी पार्टी को मजबूत करेगी।
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक: गांधी परिवार शामिल नहीं
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार सुबह 10 बजे स्टीयरिंग कमेटी (संचालन समिति) की बैठक के साथ कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन की शुरूआत हो चुकी है। खास बात है कि इस बैठक में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं है। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर रहे हैं। बैठक में राजस्थान सीएम गहलोत, सांसद दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, सलमान खुर्शीद समेत तमाम दिग्गज हस्तियां मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक गांधी परिवार नए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को फ्री हैंड देना चाहता है और किसी भी तरह से फैसलों को प्रभावित नहीं करना चाहता है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी दोपहर 2 बजे रायपुर पहुंचेंगे। वहीं प्रियंका गांधी शनिवार को पहुंचेंगीं। साथ ही कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत ठीक नहीं है।
सर्वसम्मति से पारित होंगे प्रस्ताव…
संविधान संशोधन में बड़े बदलाव करने के लिए इस समिति की अध्यक्ष अंबिका सोनी को गांधी परिवार का विश्वासपात्र माना जाता है। माना जा रहा है कि इस समिति के जो भी प्रस्ताव आएंगे उन्हें अधिवेशन के अंतिम दिन सर्वसम्मति से पारित भी करने की रणनीति कांग्रेस में बन चुकी है। इस संबंध में सभी पीसीसी चीफ और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पार्टी की ओर से हिंट दे दिया गया है।
2024 के चुनाव की क्षेत्रीय रणनीति पर मंथन
इसके साथ ही वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी कांग्रेस इस अधिवेशन में फोकस करेगी। इसके चलते कई प्रोग्राम का भी ऐलान यही से हो सकता है। जो हर राज्य और जिलों की कांग्रेस को फालो करना होंगे। इसमें क्षेत्रीय दलों से जुड़ी रणनीति मुख्य होगी।