सुरक्षा परिषद के वर्तमान ढांचे पर पुनर्विचार की आवश्यकता, भारत की बड़ी भूमिका : लिज ट्रस
मुंबई
ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के वर्तमान ढांचे में पुनर्विचार की आवश्यकता पर बल दिया और इस वैश्विक संस्था में भारत की बड़ी भूमिका का समर्थन किया। एबीपी नेटवर्क के ‘आइडियाज ऑफ इंडिया सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए ट्रस ने यह भी कहा कि यूक्रेन को उत्तरी अमेरिका और यूरोपीय देशों के सैन्य संगठन उत्तर अटालांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें स्वतंत्रता और लोकतंत्र को लेकर भी आगे रहने की जरूरत है। चीन और रूस जैसे हमारे विरोधी अपने आर्थिक मॉडल को बढ़ावा देने में बहुत अच्छे हैं। वे गलत सूचना और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुनिया से संवाद के सभी तरीकों को अपनाते हैं।’’ ट्रस ने कहा, ‘‘वे लोगों के सोचने के तरीके को प्रभावित करने के लिए आर्थिक जबरदस्ती की शक्ति का भी उपयोग करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत की आवाज ‘‘अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण’’ होने जा रही है। ट्रस ने कहा कि वह भारत जैसे सहयोगियों के साथ अधिक व्यापार करने की बहुत बड़ी समर्थक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं व्यापार मंत्री थी, तब मैंने भारत के साथ मुक्त व्यापार वार्ता शुरू की थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह भी देखना चाहती हूं कि हम समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर काम करें। इसे अकसर मैं आर्थिक नाटो कहती हूं।’’