राजधानी में कई ठेकेदार अवैध तरीके से अहाते बनाकर कर रहे संचालित ,कई शराब दुकानों पर विवाद
भोपाल
राजधानी की कई शराब दुकानों पर बीते कई महीनों से विवाद की स्थिति बन रही है। अब नई आबकारी नीति कैबिनेट में पास होने के बाद अब सबकी नजर इन पर है। शहर की कुछ दुकानों और अहातों के विरोध में तो खुद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने किया था। यह वो दुकानें हैं, जिन्हें हटाने के लिए रहवासी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। शहर में लोगों को अधिक से अधिक शराब पिलाने के लिए कई जगह बड़े-बड़े अहाते तान दिए गए हैं, जहां सुबह से देर रात तक लोगों का मजमा लगा रहता है। कई ठेकेदार अवैध तरीके से अहाते बनाकर संचालित किए जा रहे हैं।
बरखेड़ी पठानी : उमा भारती ने पत्थर मार कर जताया था विरोध
इस दुकान का विरोध जनता काफी समय से कर रही है। चालू वित्तीय वर्ष में दुकान को हटाने को लेकर रहवासियों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया था। रहवासियों के प्रदर्शन को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने समर्थन दिया था। साथ ही दुकान में जाकर पत्थर भी मारा था। इसके बाद से ही यह दुकान चर्चा में आ गई थी। इसी तरह, एक कार्यक्रम से लौट रही पूर्व सीएम उमा भारती ने वीर सावरकर ब्रिज नर्मदापुरम् रोड पर भारी-भरकम अहाते को देखकर धरना दे दिया था। यह दुकान मेन हाईवे पर पड़ती है। यहां पर ठेकेदार ने 3000-5000 वर्गफीट में अहाता बना रखा है।
अयोध्या बायपास : मंदिर के सामने दुकान व अहाता
अयोध्या बायपास स्थित शराब दुकान व अहाते का विरोध भी लंबे समय से हो रहा है। उमा भारती ने हाल ही में दुकान के सामने स्थित मंदिर में तीन दिन रहकर इसका विरोध किया था। उमा भारती इसके पहले भी दुकान के सामने बैठ चुकी हैं। तब भी उन्होंने इसे तत्काल बंद करने की मांग की थी। इसी तरह, नादरा बस स्टेंड के पास कमाली मंदिर परिसर में बनी दुकानों को किराए पर देकर शराब दुकान खुलवा दी गई है। इसमें आगे शराब दुकान और पीछे मंदिर है।
इनका भी विरोध
सर्वधर्म पुल के पास स्थित शराब दुकान को हटाने की मांग लंबे समय से हो रही है। इस दुकान को शिफ्ट करने के लिए नगर निगम के राजाभोज विश्वविद्यालय के पास दुकानें भी बनाई, लेकिन बाद में इसे शिफ्ट नहीं किया गया। इससे रोजाना शाम के समय जाम के हालात बनते हैं।
कमला पार्क में भी दुकान को अन्य जगह पर शिफ्ट करने की मांग लंबे समय से हो रही है। इस संबंध में भी रहवासी विरोध जता चुके हैं।